हरियाणा कुरुक्षेत्र निवासी राहुल चढ़ा चंडीगढ़ में आकर रोजगार की तलास करते हैं रोजगार ना मिलने पर एक पुराना ऑटो खरीदकर शहर में चलाने की योजना बनाते हैं और कुस्किमती से एक पुराना ऑटो खरीद लेते हैं पुराना ऑटो मिल जाने की खुशी में दोस्तों संग पार्टी करने की योजना बनाते हैं दोस्ती एकत्रित हो जाते हैं और शाम को एकांत जगा में ऑटो में ही डरिंक पार्टी इंजॉय करते हैं परंतु रात का समय होने के कारण ड्रिंक कुछ ज्यादा हो जाती है और गलती से दोस्त की जेब मैं ऑटो की चाबी चली जाती है और जब दोस्त को कहते हैं तू चाबी डूंड लेना हम लेट हो रहे हैं कहेकर सारे दोस्त अपने घर चले जाते हैं और इधर राहुल चाबी घूमने लग जाता है परंतु लाख कोशिश के बाद चाबी नहीं मिलती चाबी नहीं मिलती जिस कारण काफी रात हो जाती है राहुल काफी देर तक चाबी ढूंढता फिर वह धीरे धीरे पैदल ही घर की तरफ जाने की योजना बनाता है और ऑटो को गलती से वही भूल जाता है परंतु राहुल घर की जगा वो बस स्टैंड पर पहुंच जाता है रात ज्यादा होने के कारण उसने सोचा डांट पड़ेगी चलो हरियाणा कुरुक्षेत्र की बस पकड़ते हैं और अपने घर की तरफ पहुंचते हैं घर पहुंचने के बाद अगली सुबह जब राहुल सोकर उठता है तो उसको कुछ दियान में नहीं आता कि ऑटो कहां पर खड़ा कर था और कई दिन से परेशान हरियाणा कुरुक्षेत्र में ही अपने घर रहता है यह ऑटो उसने अपने चंडीगढ में बिहाई हुई बहन पैसों उदार लेकर खरीदा था घरवाले और रिश्तेदार सब परेशान होते हैं इतने में चंडीगढ गारबेज कूड़ा उठाने वाला व्यक्ति रोज की तरह मलोया कालोनी में कूड़ा उठाने जाता है तो वहां पर खड़ी एक महिला कहती है भैया यह ऑटो पता नहीं किसका खड़ा है कहीं दिन हो गए हैं कूड़ा उठाने वाली गाड़ी में काम करने वाला व्यक्ति उसकी फोटो खींच अपने ग्रुप में शेर कर देता हैं जिसकी फोटो चंडीगढ ऑटो यूनियन अध्यक्ष अनिल कुमार जी के पास पहुंचती है वह तुरंत इस ऑटो की फोटो को अपने ऑटो वाले ग्रुप में शेयर कर देते हैं और वायरल फोटो कुरुक्षेत्र हरियाणा में राहुल की फैमिली के पास पहुंचती है हरियाणा कुरुक्षेत्र से राहुल की फैमली प्रधान को फोन कर ऑटो की जानकारी मांगती है तो वह जानकारी देकर कहते हैं कि यह ऑटो कालोनी में मस्जिद वाली गली में पिछले 4 पांच दिन से खड़ा है पता नहीं कौन है इसका मालिक महिला कहती है यह ऑटो हमारा है हमने अपने बच्चे को खरीद कर दिया था ताकि वो चंडीगढ में ऑटो चला सके परंतु पिछले कई दिन से परेशान है और यह हमको असली बात बता भी नहीं रहा है जब ऑटो मिल जाता है तब वह दोस्त के सात दुरु पार्टी की बात बताता है अपने घरवालों से कि मैंने ऑटो मिलने की खुशी में पार्टी करी थी और मैं ऑटो कही भूल गया ऑटो यूनियन अध्यक्ष अनिल कुमार कहते हैं अगर ये ऑटो आप का तो आप के पास कोई लिक्त सबूत एफिडेविड कोई है पूरी इस ऑटो की तो मुझे बेज दो ताकि में भी यकीन कर सकू की ये ऑटो आप का ही है वो तुरंत प्रधान जी को ऑटो की खरीदते समय की फोटो whatsapp करते हैं जितना वही ऑटो और वही नंबर मैं छोड़ जाता है जिससे बाद पता जी कहते हैं ये ठीक है आप लड़के को चंडीगढ भेज दे चंडीगढ़ पहुंचने के बाद प्रधान जी को फोन कर ऑटो कहा खडा है जानकारी मांगता है प्रधान जी उसको जानकारी मैं बताते हैं कि मलोया कालोनी मस्जिद वाली गली में खड़ा है जिसके बाद जिस से ऑटो खरीदा होता है उसके दुकान पर पहुंचकर प्रधान जी की जानकारी देता है प्रधान जी को फोन कर कहता है यह ऑटो मैंने इसको बेचा है आज से 6,7 दिन पहले प्रधान जी कहते हैं कि यदि आपने इसको ऑटो बेचा था तो आपके पास भी कोई लिखत में एफिडेविट होगा दुकान वाला भी लिखत बेज देता है कंफर्म होने के बाद सारी जानकारी देते हैं और एड्रेस पर बेज देते हैं की जाओ अपना ऑटो ले लो और आगे से ध्यान रखना इस प्रकार की गलती दोबारा ना हो इतनी भी दारु ना पीओ की आपको अपनी चीज की ही जानकारी ना हो की मैंने कहा पर कोन सी चीज छोड़ दी है आपने अपनी बहन से पैसे लेकर एक ऑटो खरीदा है कमाकर उनके पैसे वापस करने है ना कि दोस्तों की संग दारु पार्टी मैं राहुल चड्डा बहुत ज्यादा शर्मिंदा होकर प्रधान जी से माफी मांगता है और कहेता हैं आगे से ऐसी गलती नहीं करूंगा मेरा ऑटो मुझे मिल गया है आप सभी का और आपकी टीम का बहुत-बहुत धन्यवाद
आपको बता दें कि इससे पहले चंडीगढ ऑटो यूनियन गुम हुए लगभग 65 ऑटो ढूंढने में कामयाब हुई है
