सरकाघाट। डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजकीय महाविद्यालय धर्मपुर मण्डी में संस्कृत विभाग द्वारा “धर्मो रक्षति रक्षितः” विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के संचालक स्टाफ सचिव प्रो० विवेकानन्द थे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्कृत विभागाध्यक्ष डा० माला ठाकुर ने संस्कृत भाषा की प्राचीनता और महता के बारे में अपने विचार रखे। इस क्रार्यक्रम के अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डा० रमेश चन्द धलारिया थे, जिन्होंने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा के महत्व तथा इसे पढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ० नील चन्द राघव थे। जिन्होंने अपने व्याख्यान को कानून के शासन या नियम के शासन पर केंद्रित रखा | वेद, महाभारत, रामायण, मनुस्मृति से संदर्भों को उद्धृत करते हुए व्यवस्था स्थापन में नियम के शासन के महत्व को विस्तार से परिचर्चा के लिए सभा में उपस्थित प्राचार्य, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। तथा बर्तमान में चल रही अव्यवस्था को इतिहास और सांस्कृतिक संदर्भों में समझाने का प्रयास किया।
