आज दोपहर को करीब 2:00 बजे के करीब जीटीपीएल कि एक कई मंजिला इमारत धराशाई होंगे जिसमें कई लोग दबे होने की आशंका जताई जा रही है प्रशासन के बताने के मुताबिक अभी तक उसमें से 2 लोगों को जिंदा निकाल लिया गया है लेकिन अभी भी कई लोग दबे होने की आशंका है यहां पर यह बात हुई बताने वाली है कि इस इमारत के पीछे एक नई इमारत बनाई जा रही थी जिसके लिए काफी गहराई में बेसमेंट की खुदाई की जा रही थी जिसके चलते बिल्डिंग को सपोर्ट नहीं मिली और वह एक तरफ धराशाई हो गई जिसके चलते यह काफी लोग इस बिल्डिंग में दब गए और इन लोगों को निकालने के लिए पुलिस और प्रशासन भी जुटा हुआ है और इसके साथ गांव और आसपास के इलाकों के बहुत सारे लोग खुद यहां पर मदद करने के लिए पहुंचे और उन्होंने बिना किसी देरी के यहां से मलवा हटाना शुरू कर दिया और लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है इसके साथ साथ प्रशासन की तरफ से एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया जिन्होंने यहां पर आते ही बचाव कार्य का पूरा जिम्मा अपने ऊपर ले लिया और उन्होंने बार अच्छी तरह से यहां से बचाव कार्य शुरू कर दिया इस बचाव कार्य में करीब 10 के करीब जेसीबी मशीन और बड़ी भारी क्रेंस भी लगी हुई है इसके साथ-साथ यहां पर 10 एंबुलेंस का भी इंतजाम किया गया है अगर कोई भी व्यक्ति जहां से और निकलता है तो उसको जल्दी से जल्दी मेडिकल ऐड देकर अस्पताल पहुंचाया जा सके उसकी जान बचाई जा सके लेकिन देखने वाली बात यह है कि बिल्डिंग अंबिका ग्रुप की है और प्रवीण नाम के व्यक्ति की बिल्डिंग बताई जा रही है कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यहां पर इस बिल्डर द्वारा बनाई गई हैं और प्रशासन ने यह भी बताया कि किसी के खिलाफ कोई भी गलती पाई जाएगी तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी सरकारी अधिकारी हो चाहे प्राइवेट बिल्डिंग हो अब देखने वाली बात यह है कि मोहाली के इलाके में बड़ी बड़ी बिल्डिंग बनी हुई है यहां पर सेफ्टी के लिए क्या प्रकाशन लिए जाते हैं और किन-किन ग्राउंड के आधार पर सेफ्टी को देखते हुए इतनी बड़ी बिल्डिंग बनाने की परमिशन दी जाती है और इसमें जानी नुकसान होता है तो उसके लिए जहां बिल्डर जिम्मेवार हैं वहीं सरकारी प्रशासनिक अधिकारी भी जिम्मेवार है क्योंकि वह इनको यहां पर बिल्डिंग बनाने की इजाजत देते हैं और उनके पास कर रहे हैं