लीबिया में 10 सितंबर को आई विनाशकारी बाढ़ ने पूर्वी लीबिया को तबाह कर दिया। इस विनाशकारी बाढ़ के कारण कई लोगों की मौत हो गई। इस बाढ़ के कारण हजारों लोगों ने अपनों को खो दिया है। वहीं, अब्देल-हामिद अल-हसादी पूर्वी लीबिया में आई भयावक बाढ़ से बच गए है, लेकिन उन्होंने अपने परिवार के करीब 90 लोगों को इस विनाशकारी बाढ़ के कारण खो दिया है।
न्यूज एजेंसी AP के अनुसार, 10 सितंबर की शाम को डेरना शहर में भारी वर्षा होने पर एक 23 वर्षीय लॉ ग्रेजुएट अपनी मां और अपने बड़े भाई के साथ ऊपर की ओर भागा। वह ऊपर की ओर भागा ही था कि जल्द ही, पानी की तेज धार उनके बगल की इमारतों को बहा ले गई।
अल-हसादी ने अपने शहर में आई इस भयावक बाढ़ का जिक्र करते हुए एक फोन साक्षात्कार में कहा, हमने तबाही की भयावहता देखी। हमने अपने पड़ोसियों के शवों को बाढ़ में बहते देखा है।
भूमध्यसागरीय तूफान डेनियल से हुई भारी बारिश के कारण शहर को विभाजित करने वाली संकरी घाटी में फैले दो बांध ढह गए। आपदा के 10 दिन बाद, अल-हसादी और हजारों अन्य लोग डेरना में ही हैं, उनमें से अधिकांश रिश्तेदारों और प्रियजनों के बारे में किसी भी तरह की जानकारी अभी तक उन्हें मिली नहीं हैं और इसी कारण वह जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। हसादी के 290 रिश्तेदार अभी भी लापता हैं।
न्यूज एजेंसी AP के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ से शहर का एक चौथाई हिस्सा जलमग्न हो गया है। खोज टीमों के अनुसार, हजारों लोग बाढ़ के कारण मारे गए हैं और कई शव अभी भी मलबे के नीचे या समुद्र में दबे हैं और यही नहीं खोज टीम द्वारा ये भी बताया गया कि कैसे शहर में हर जगह शव ही शव नज़र आ रहे हैं। वही, सरकारी अधिकारियों और सहायता एजेंसियों ने मृतकों की अलग-अलग संख्या बताई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अस्पतालों में कुल 3,958 मौतें दर्ज की गई हैं, लेकिन लीबिया के रेड क्रिसेंट के प्रमुख द्वारा दी गई पिछली मौत के आंकड़े में कहा गया था कि कम से कम 11,300 लोग मारे गए थे। मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय का कहना है कि कम से कम 9,000 लोग अभी भी लापता हैं।
रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के प्रवक्ता बशीर उमर ने कहा कि मरने वालों की संख्या हजारों में है, लेकिन उन्होंने निकाले गए शवों की संख्या के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी, क्योंकि पुनर्प्राप्ति प्रयास में कई समूह शामिल हैं। महिलाओं और बच्चों सहित कई डेरना निवासी अपना सारा समय शवों के कलेक्शन प्वाइंट पर बिता रहे हैं। उन्हें यह जानना है कि एंबुलेंस में रखे बॉडी बैग के अंदर कौन है। शहर के पश्चिमी हिस्से में एक स्कूल के अंदर, अधिकारियों ने बरामद शवों की तस्वीरें पोस्ट कीं।
24 वर्षीय निवासी अनस अवीस ने लीबिया में आई विनाशकारी बाढ़ में अपने दो भाइयों को खो दिया है और वह अभी भी अपने पिता और चार चचेरे भाइयों की तलाश कर रहा है। जारी की गई तस्वीरों का पता लगाने के लिए वह शीहा पड़ोस में उम्मुल क़ुरा स्कूल गए थे। लाइनों में दो घंटे इंतजार करने के बाद उन्होंने कहा, यह अव्यवस्था और अराजकता है। हम जानना चाहते हैं कि अगर वे मर गए तो उन्होंने उन्हें कहां दफनाया है।
संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी के अनुसार, बाढ़ के कारण पूर्वी लीबिया में कम से कम 40,000 लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें डेरना में 30,000 लोग शामिल हैं। कई लोग लीबिया के अन्य शहरों में चले गए हैं। वहीं, कई लोगों ने स्थानीय समुदायों द्वारा आश्रय लिया है या स्कूलों में आश्रय लिया है। हालांकि, लीबिया में अभी भी हज़ारों लोगों की लापता होने की बात सामने आई हैं जिनकी तलाश टीमों विभाग द्वारा की जा रही हैं। वही, संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी के लिए लीबिया में मिशन के सहायक प्रमुख राणा कसिफ़ी ने कहा बाढ़ के कारण भारी नुक्सान हुआ हैं। आगे उन्होंने यह भी कहा कि पहले से ही संघर्ष-ग्रस्त राष्ट्र में विस्थापन की नई लहरें भी शुरू हो गई हैं।