पूर्व शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि शहीद कृष्ण कुमार के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। अपनी जान की चिंता ना करते हुए लोगों के लिए अपनी जान न्योछावर कर दिए। इन्हें शत शत नमन है। उन्होंने कहा कि शहीदों की बदौलत ही हम अमन चैन व सुख का जीवन बसर कर रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सेनाओं को विश्व की सबसे बड़ी सेनाओं में माना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत विश्व में एक बहुत बड़ी सैन्य ताकत बनकर उभरा है यही कारण है कि आज हमारा पड़ोसी देश हमारी ताकत को देखकर घबराता है। उन्होंने कहा कि धन्य है शहीद के माता पिता जिन्होंने एक बहादुर बेटे को जन्म दिया। शहीद कृष्ण कुमार का पैतृक घर खैरोली गांव है। बचपन से ही गांव में रहकर गांव से पढ़ाई करते थे। इनका युवा जीवन संघर्ष पूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि गांव खैरोली के कम्युनिटी हॉल के लिए जिला परिषद को हमने 21 लाख रुपए की ग्रांट के लिए भी बोला है ओर गांव में सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि शहीद कृष्ण कुमार भारतीय सेना की प्रथम गार्ड में कामटीं सेंटर में कार्यरत था और शांति सेना में भारतीय सेना की तरफ से कांगो देश में गया हुआ था 5 जुलाई 2012 को को उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गया था। शहीद कृष्ण कुमार उग्रवादियों द्वारा दो गोली लग जाने के बाद भी उग्रवादियों को मार गिराने में सफल रहे थे। इसी बहादुरी के लिए भारत के तत्काल राष्टï्रपति प्रणव मुखर्जी ने शहीद कृष्ण कुमार की बहादुरी के लिए 26 जनवरी 2013 को उनकी पत्नी मु
