सरकाघाट। सीटू से सबंधित मिड डे मील वर्करज यूनियन धर्मपुर तहसील कमेटी की बैठक रविवार को धर्मपुर में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता खण्ड अध्यक्ष चिंत राम ने की और खण्ड सचिव सत्या देवी के अलावा सरिता देवी, दिप्पा देवी, सुनीता देवी, पम्मी देवी, प्रमिला देवी इत्यादि कमेटी सदस्यों ने इस बैठक में शामिल हुए। बैठक में 22 सितंबर को विधानसभा के बाहर होने वाले प्रदर्शन को सफ़ल बनाने की योजना बनाई गई और इसमें धर्मपुर खण्ड के संधोल, सजाओ-टिहरा, बरोटी-मण्डप, धर्मपुर-मढ़ी और रोपड़ी-दमसेड़ा क्षत्रों के वर्कर इस प्रदर्शन में बढ़चढ़ कर भाग लेंगे।
खण्ड अध्यक्ष चिन्त राम ने बताया कि मिड डे मील वर्करों को माह मई से सितंबर माह तक का मासिक वेतन नहीं मिला है और सरकार व विभाग उदासीन बना हुआ है। दूसरी तरफ पिछले बीस वर्ष से कार्यरत वर्करों को बच्चों की संख्या कम होने पर घर भेजा जा रहा है।इनको सरकार 12 माह के बजाए 10 महीनों का ही वेतन देती है और इन्हें कोई आकस्मिक, मैडिकल व अन्य प्रकार की छुटियाँ मिलती है।इन्हें विभाग में शामिल करने की कोई योजना नहीं है और स्कूल बंद होने पर इन्हें दूसरे स्कूलों में एडजस्ट नहीं किया जा रहा है।
इन्हें न्यून्तम वेतन से भी वंचित रखा गया है। किसी विशेष परिस्थिति में अगर छुटी लेनी पड़े तो इन्हें अपने बदले में दिहाड़ी पर किसी को भेजना पड़ता है। महिला वर्करों को रक्षा बंधन, भईया दूज और करवा चौथ का अवकाश भी नहीं दिया जाता है।इसलिए यूनियन ने इन सब मांगो को पूरा करने और विशेषकर इनके लिए नीति बनाने और छँटनी पर रोक लगाने और मासिक वेतन 12500 रु करने और पूरे साल का वेतन देने के लिए हाई कोर्ट के फैसले को तुरन्त लागू करने और बन्द हो रहे स्कूलों के वर्करों को विभाग में ही अन्य पदों पर लगाने की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने और मुख्यमंत्री को माँगपत्र सौंपने का निर्णय किया है।