नई दिल्ली. भारत के लाडले संग्राम सिंह ने एक बार फिर अपने फैंस को जश्न मनाने का मौका दे दिया है. उन्होंने अपनी पहली एमएमए फाइट में ही विरोधी को धूल चटा दी. संग्राम सिंह ने पाकिस्तानी फाइटर अली रजा निसार को महज 1 मिनट और 30 सेकंड में हराया. यह 93 किग्रा वर्ग में किसी भारतीय की सबसे कम समय में जीत का रिकॉर्ड है. यह भी पहला मौका है जब एमएमए में भारत के किसी पुरुष रेसलर ने अपना पहला मुकाबला जीता है.
40 वर्षीय संग्राम सिंह ने यह रिकॉर्ड जीत जॉर्जिया (अमेरिका) में आयोजित गामा इंटरनेशनल फाइटिंग चैंपियनशिप में दर्ज की. उन्होंने अपने से 17 साल छोटे रेसलर को हराकर दिखाया कि दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो उम्र मायने नहीं रखती. संग्राम सिंह की गिनती देश के मल्टीटैलेंटेड प्लेयर्स में होती है. वे कॉमनवेल्थ हैवीवेट कुश्ती चैंपियनशिप के चैंपियन रह चुके हैं. बिगबॉस जैसी पॉपुलर शो में भी संग्राम ने हिस्सा लिया और वाहवाही पाई.
संग्राम सिंह का कुश्ती का सफर बेहद प्रेरणादायक है. उन्होंने युवावस्था में गंभीर बीमारियों को मात दी, जिसमें रुमेटॉइड गठिया शामिल है. एक समय तो उन्हें व्हीलचेयर पर रहना पड़ा. उनकी रिकवरी और चैंपियन बनने का सफर दृढ़संकल्प की असाधारण कहानी है. संग्राम सिंह को कुश्ती के अलावा फिटनेस में उनके योगदान के लिए जाना जाता है. वे फिट इंडिया मूवमेंट के आइकन रहे हैं. संग्राम सिंह इसके अलावा विकसित भारत और स्वच्छ भारत जैसे अभियानों के ब्रांड एंबेसडर हैं.
MMA फाइट जीतने के बाद संग्राम सिंह ने कहा, ‘जीतना केवल अपने प्रतिद्वंद्वी को हराना नहीं है. यह अपनी खुद की सीमाओं को पार करने के बारे में है. जब आपके पास दृढ़संकल्प और सफल होने की इच्छा होती है तो उम्र केवल एक संख्या होती है.’