लीबिया में रविवार (10 सितंबर) को आई विनाशकारी बाढ़ के कारण तबाही मच गई हैं। इस विनाशकारी बाढ़ के कारण देश में अब तक करीब 10000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस आपदा के कारण सबसे अधिक प्रभावित पूर्वी लीबिया का डेरना शहर हुआ है। जहां अभी भी बहुत से लोगों को तलाशने का काम जारी है। डेरना शहर के बाहर दो बांध भी टूटे हैं। जिसकी चपेट में आए कई परिवार मिनटों में डूब गए। हालांकि, बचावकर्मियों द्वारा बचाव अभियान के तहत पीड़ितों तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। न्यूज एजेंसी AP से मिली जानकारी के अनुसार, लीबिया की बाढ़ में मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा बढ़कर 11,470 हो गया है। लीबियाई अधिकारियों ने शुक्रवार को बाढ़ से घिरे डेरना शहर को सील कर दिया है, ताकि खोजी टीमों को लापता लोगों की तलाश में सुविधा हो और वह उनको तलाश सके।
इस दौरान अधिकारियों द्वारा चेतावनी दी गई है कि पानी से फैलने वाली बीमारी और विस्फोटक अभी और लोगों की जान ले सकता हैं। इसलिए खुद को जितना हो सके सुरक्षित रखे। वही, लीबियाई अधिकारियों ने बताया कि डेरना में मृतकों की संख्या बढ़कर 11,300 हो चुकी है। इसके अलावा पूर्वी लीबिया के अन्य स्थानों पर 170 लोगों की इस आपदा में मौत हुई है। हालांकि, अभी भी शवों के मिलने की आशंका जताई जा रही हैं जिस कारण अभी भी शवों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि अभी भी बाढ़ के कारण 10,100 लोग लापता हैं। वही, बाद प्रभावित लोगों को कीचड़ और खंडहर इमारतों में खंगाला जा रहा है।
रविवार को भूमध्यसागरीय तूफान डेनियल के चलते भारी बारिश के कारण दो बांधों के ढह जाने और भयंकर बाढ़ आने के बाद आई आपदा ने तूफान की तीव्रता के साथ-साथ लीबिया की संवेदनशीलता को भी झकझोर दिया। 2014 के बाद से तेल समृद्ध देश विभिन्न मिलिशिया बलों और अंतरराष्ट्रीय संरक्षकों द्वारा समर्थित पूर्व और पश्चिम में प्रतिद्वंद्वी सरकारों के बीच विभाजित हो गया है। पूर्वी लीबिया में एंबुलेंस और आपातकालीन सेवा के महानिदेशक सलाम अल फरगानी ने गुरुवार देर रात घोषणा की और कहा कि डेरना शहर को खाली कराया जा रहा है। अब केवल खोज और बचाव टीमों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। जिस दौरान खोज और बचाव टीमों द्वारा वह शवों की तलाशी करेंगे|
यूएन (UN) संयुक्त राष्ट्र के सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रीफिथ्स ने जेनेवा में शुक्रवार को कहा कि लीबिया को बाढ़ से बचाव कार्य के लिए उपकरणों व बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य सहायता की सख्त जरूरत है। बाढ़ के चलते क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हैजा फैलने की आशंका है। मार्टिन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने 15 सदस्यों की एक समन्वय टीम लीबिया भेजी है।
इतनी कोशिश के बाद जो भी सहायता, सहायता कर्मी डेरना शहर तक पहुंचाई उसमे वह कामयाब रहे। हालांकि, उन्होंने तबाही का जो वर्णन किया वह बेहद भयावक है। खोज और बचाव टीमों द्वारा टूटी हुई अपार्टमेंट की तलाशी ली और तट से दूर तैरते हुए शवों को बरामद किया। उन्होंने बताया कि इस आपदा ने शहर को तबाह करके रख दिया, हर जगह शव ही दिखाई पड़ रहे थे, घरों के अंदर, सड़कों पर और समुद्र में। बेंगाजी के एक सहायता कर्मी इमाद अल-फलाह ने डेरेना से फोन पर बताया कि जहां भी जाए वहां आपकों मृत पुरुष, महिलांए और बच्चे दिखाई देते हैं। इस बाढ़ के कारण पूरे शहर में सिर्फ शव-शव नज़र आ रहे हैं।