उत्तरी अफ्रीकी देश मोरक्को में 9 सितंबर (शनिवार) को आए विनाशकारी भूकंप से देश में तबाही मची गई| वही, इस विनाशकारी भूकंप के बाद मौत के आंकड़ों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा बाकी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब तक भूकंप से मरने वालो की संख्या 2 हजार से पार हो चुकी है। वही, अब बचावकर्मियों द्वारा 9 सितंबर की रात आए शक्तिशाली भूकंप से बचे लोगों की तलाश तेज कर दी है। न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) ने अल अजीरा की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि उत्तरी अफ्रीका मोरक्को में आए अब तक के सबसे बड़े भूकंप के कारण देश के कम से कम 2,122 लोगों की मौत हो गई और 2,400 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर सामने आई हैं। वही कुछ लोगों को गंभीर चोटें भी आई है।
गौरतलब है कि, शनिवार (9 सितंबर) की रात मध्य मोरक्को में स्थित देश का चौथा सबसे बड़ा शहर मारकेश में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था। रविवार (10 सितंबर) को इसी क्षेत्र में एक बार फिर धरती कांपी। इस समय इसकी तीव्रता 4.5 मापी गई। हालांकि, इस भूकंप ने कई लोगों की जान ले ली और देश के ऐतिहासिक इमारतों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया|
भूकंप के कारण मारकेश से 60 किलोमीटर (37 मील) दूर तफेघाघते पर्वतीय गांव की लगभग हर इमारत पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। मोरक्को के सैन्य कर्मियों द्वारा जिंदा बचे लोगों और मृतकों के शवों की तलाशी की जा रही है। इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में आए विनाशकारी भूकंप में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया था।
‘X’ (पूर्व में ट्विटर) संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, ‘मोरक्को में भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।’ हालांकि, बचावकर्मियों द्वारा मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी हैं साथ ही भूकंप से बचे लोगो की भी तलाश जारी हैं|