(रितेश चौहान)– अटारी -लेहलदाख बाया सरकाघाट निर्माणाधीन नेशनल हाईवे-3 हजारों लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है पिछले दिनो हुई बारिश की वजह से सरकाघाट से पाडछू तक सडक मे किचड घूल गया है चार पांच दिन सडक बंद रही है अब खुलने पर भी सडक में किचड ही किचड और खड्डे ही खड्डे नजर आते है । लोगों को घर से वाहर निकलना जान जोखिम में डालने के समान रहता है कपडे और जूते बूरी तरह खराव हो जाते है मेन वाजार सरकाघाट में तो वुरा हाल है दुकानदार किचड की वजह से बेहद परेशान है किचड की बजह से न दूकान में ग्राहक आते है और अपना भी दूकान से वाहर निकलना मुश्किल हो जाता है सडक मे पडे बडे बडे खड्डे किसी बडे हादसो को न्योता दे रहे है यही नही इस सडक पर वाहन चलाना और पैदल चलना दोनो ही जोखिम भरा रहता है दरअसल अवाहदेवी से लेकर धर्मपुर तक कंपनी ने एक साथ सडक को चौडा करने के लिए करीब 30 किलोमीटर पक्की सड़क उखाड़ दी है जिसके चलते कच्ची सड़क बारिश होने पर दलदल बन चुकी है।
जिस कारण वाहन ना सिर्फ सड़क पर धँस कर फँस रहे हैं बल्कि स्किड होकर दुर्घटनाएं भी हो रही है और दिन में कई वार जाम लगा रहता है कहीं एंबूलेंस फंस गई तो मरीज अस्पताल नही पहुच पा सकता है और कुछ भी हो सकता है जान भी जा सकती है। हालांकि सरकाघाट से वायां पपलोग धनराशि हो पाडछू तक वाहन आ जा रहे है और इस सडक पर दिन पर सैंकडों वाहन आते जाते है लेकिन यह सडक इतनी तंग है जिसकी वजह से गाडियो को पास देती वार कभी भी बडी हादसा हो सकता है । सरकाघाट विकास समिति के अध्यक्ष सोहनलाल गुप्ता, सरकाघाट व्यापार मंडल के अध्यक्ष ब्रह्मदास शर्मा , किसान युनियन के अध्यक्ष तेजनाथ शर्मा, हरिदास प्रजापति, बलवीर सिंह वर्मा, जगदीश राणा, राम प्रकाश आदि ने एसडीएम सरकाघाट राहुल जैन से मांग की थी कि मेन वाजार में सडक को जल्दी पक्का किया जाए और सडक को एक तरफ वाहनो के लिए चलाने योग्य बनाये ताकि लोगों को आ रही दिक्कतों से राहत मिल सके। अन्यथा धरना प्रदर्शन करने से गुरेज नही किया जाएगा।