नालागढ़ में सफाई व्यवस्था इन दिनों बत से बतर होती नजर आ रही है, आलम ये है के नालागढ़ में हर गली चौराहे पर गंदगी के ढेर लगे हुए दिखाई देते हैं जिसके चलते स्थानीय लोगो के साथ साथ उद्योगपति भी खासे परेशान हैं,नालागढ़ क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पर आए दिन सवाल उठा
आपको बता दें कि नालागढ़ रोपड़ रोड व शहर के आसपास कूड़े के ढेर लगे हुए हैं जिसके कारण आने जाने वाले राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है गुजरते हुए लोगो को अपनी नाक ढक कर गन्दगी के सामने से निकलना पड़ता है,
वहीं समे पर साफसफाई ओर गंदगी साफ न होने के कारण आस पास के दुकान मालिकों का भी जीना दुर्लभ हो गया है। स्थानीय लोगो को अब डेंगू जैसी बीमारी का खतरा स्थाने लगा है। दुकान मालिकों का कहना है की नगर परिषद उनसे इतना टैक्स तो ले रही है लेकिन उसके बदले रत्ती भर काम नालागढ़ में नहीं कर रही है। उन्होंने कहा की यहाँ तक की उनकी दुकानों के बाहर कूड़े का ढेर कई समय से लगा हुआ है पर कोई भी उसे उठाने की जेमत नही उठता। यह तक कि दुकानो के बाहर बनी नालियां भी गंदे पानी से लबा लब भरी रहती है। लोगों का कहना है की नालियों की सफाई तो बोलने पर भी नही हो रही है और कूड़े का ढेर भी 15 दिन में एक बार साफ हो रहा है। साथ ही हॉस्पिटल की वेस्टेज भी नालियों में फेंकी जा रही है लेकिन जेबीआर कम्पनी, वार्ड के पार्षद और नगर परिषद के अधिकारी आंखे बंद कर के बैठे है। जिससे दुकानदारों स्थानीय लोगो ओर उद्योगपतियो में खासा रोष देखने को मिला है। सफाई व्यवस्था को लेकर नगर परिषद को कई बार अवगत करवाया है लेकिन नगर परिषद इस और कोई ध्यान नहीं दे रही है
वहीं पर जब इस बारे में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी रणवीर सिंह वर्मा कहां की उन्होंने सख्त निर्देश दिए हैं कि अगर कोई नाली ब्लॉक है या कहीं भी कूड़े के ढेर लगे हैं तो उस ठेकेदार की पेमेंट रोक दी जाएगी, और सभी सफाई कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह समय-समय पर अपने क्षेत्र की सफाई करते रहे,साथ ही उन्होंने कहा कि कूड़ा उठाने का कार्य जेबीआर कंपनी को सौंपा है जो कि सुचारू रूप से नहीं कर रही है, इसलिए JBR कंपनी को नोटिस जारी कर दिया है.