हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण काफी नुक्सान हो रहा हैं. प्रदेश में बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन की समस्या बढ़ती जा रही हैं. वही, अब जिला सिरमौर के राजगढ़ उपमंडल में रात करीब 12:30 बजे सनौरा के करीब भारी भूस्खलन होने से एक ट्रक इसकी चपेट में आ गया। जिसके चलते सोलन सनौरा नेरिपुल छैला मार्ग 10 घंटे तक बंद रहा। जिस कारण सेब और सब्जियों से लदे हजारों पिकअप, ट्रक और ट्राले सड़क बंद होने से पूरी रात जाम में फंसे रहे। (Nahan Landslide)
सेब ले जा रहे वाहन चालकों का आरोप है कि उन्होंने रात को 1:00 बजे ही सड़क बंद होने की सूचना राजगढ़ प्रशासन, पच्छाद की विधायक रीना कश्यप तथा लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को दे दी थी। लेकिन फिर भी सड़क को बहाल करने में 10 घंटे से ज्यादा समय लगा। जिसके चलते वाहन चालकों में लोक निर्माण विभाग तथा सरकार के प्रति भारी रोष देखा गया।
रोड बंद होने से मरीज भी फंसे
आपको बता दें कि सोलन सनौरा नेरिपुल छैला मार्ग सड़क पर आजकल 90 प्रतिशत वाहनों की आवाजाही सेब बहुल क्षेत्रों से हो रही है। जिला शिमला के ऊपरी क्षेत्र में सेब के लदे सभी वाहन इस सड़क से चंडीगढ़ तथा दिल्ली की ओर निकलते हैं। देर रात को सनौरा में भारी भूस्खलन होने से ट्रक बीच सड़क पर ही पलट जाने से 10 घंटे रोड बंद रहा. जिस कारण स्थानीय लोगों समेत कई मरीज भी इस जाम में फंसे रहे। (Nahan Landslide)
मिली जानकारी के अनुसार, सोलन से कोटखाई राशन ले जा रहा ट्रक HP63F8009 रात करीब 12:30 बजे भूस्खलन की चपेट में आने से पलट गया। जिसके चलते सनौरा में दोनों तरफ पांच-पांच किलोमीटर का जाम लग गया। लेकिन इस जाम को बहाल करवाने में 10 घंटे से ज्यादा समय लगा जिसे देख लोगों में आक्रोश नज़र आ रहा हैं|
नेशनल हाईवे को 7 करोड़ का नुकसान
आपको बता दें कि जिला सिरमौर में हुई भारी बारिश, भूस्खलन तथा बादल फटने से सरकार और लोगों को अब तक 400 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। जिसमें लोक निर्माण विभाग को 165 करोड़, जलशक्ति विभाग को 147 करोड़, बिजली बोर्ड को 34 करोड़, नेशनल हाईवे को 7 करोड़ तथा अन्य विभागों को भी करोड़ों में ही नुकसान हुआ है। हालांकि, भारी बारिश के चलते पूरे प्रदेश में अब तक काफी नुक्सान हो चुका है और कई लोगों ने अपनी जान भी गवा दी| (Nahan Landslide)
सड़क बहाली में लगे 10 घंटे का समय
उधर जब इस संदर्भ में लोक निर्माण विभाग राजगढ़ के अधिशासी अभियंता राम सिंह से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि सनौरा में भूस्खलन होने तथा ट्रक पलटने से सड़क को बहाल करने में 10 घंटे का समय लगा। उसके बाद वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से चल रही हैं। फिलहाल, हिमाचल में इस वक़्त कुदरत का कहर जारी हैं. हालात कब नियंत्रित होंगे, ये बता पाना फिलहाल मुश्किल हैं|