Breaking News

कैप्टन अमरिंदर के हेलीकॉप्टर मामले में 3:30 करोड़ रुपए का बकाया देने के मामले आया नया मोड़

कैप्टन अमरिंदर के हेलीकॉप्टर मामले में 3:30 करोड़ रुपए का बकाया देने के मामले आया नया मोड़
जज करणवीर ने कंपलेंनेंट लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल राज के केस को प्राइवेट कम्पलेंट मानते हुए , 8 अगस्त को अगली सुनवाई रखी है।

लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल राज ने पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हेलीकॉप्टर का किराया ना देने पर 156/3 के तहत मामला दर्ज कराया था . उन्होंने कहा कि यदि कैप्टन बकाया राशि नहीं देना चाहते तो तो ट्राइडेंट वाले राजिंदर गुप्ता दें या फिर कोई भी दे , उनकी बनती बकाया राशि तो देनी चाहिए.

राजनीति में समय और परिस्थितियां किस कदर बदलती रहती हैं इसका अंदाजा भी शायद नहीं लगाया जा सकता. कुछ ऐसा ही पंजाब की राजनीति में देखने को मिला है. कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल राज के हेलीकॉप्टर के बनते किराए को लेकर कांग्रेस के ही नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी बड़े आरोप लगाए हैं. बाजवा ने ट्वीट कर लिखा है कि कैप्टन अमरिंदर ने एक चॉपर टैक्सी हायरिंग कंपनी के करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये नहीं दिए है.

क्या है मामला कैप्टन ने नहीं चुकाया चॉपर का किराया

लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल राज में बताया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में कांग्रेस को शानदार जीत दिलाई थी. पंजाब की 13 में से 8 सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई थी. उस समय उन्होंने हमारी निजी कंपनी से चॉपर किराये पर लिया था जिससे चुनाव प्रचार के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में गए थे. जिसको लेकर आज कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने ट्वीट करके आरोप भी लगाया कि चॉपर का किराया 2.1 करोड़ रुपये हो गया था, लेकिन मूल राशि नहीं चुकाने के कारण यह बढ़कर 3.5 करोड़ हो गया है. अनिल राज ने बताया कि बाजवा ने अपने ट्वीट में कहा कि अगर कैप्टन ने राशि भुगतान नहीं की तो वो बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से इस संबंध में अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर कैप्टन भुगतान नहीं कर रहे तो बीजेपी को यह बकाया राशि देनी चाहिए.

About ANV News

Check Also

Punjab Crime

गरीब महिला पर जिमींदार नें तेज़धार हथियार से किया हमला

पंजाब के श्री मुकतसर साहिब जिले में एक गरीब एवं एस.सी. श्रेणीं की महिला को …

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Share