हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण पहले ही भूस्खलन और बाढ़ से तबाही मची हुई हैं. वही अब शिमला समेत प्रदेश के कई स्थानों पर सुबह से हल्की बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार 21 से पश्चिमी विक्षोभ का असर और तेज होगा। जिस कारण मौसम विभाग ने प्रदेश में 22 व 23 अगस्त के लिए भारी बारिश और आचनक बाढ़ आने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार 21 अगस्त से अधिक बारिश का क्रम शुरू होगा और इसी को देखते हुए ही मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में अलर्ट किया हैं| (Himachal News)
इन जिलों में जारी किया गया ऑरेंज अलर्ट
शिमला समेत चंबा, कांगड़ा, मंडी, सोलन व सिरमौर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि अन्य जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। शिमला समेत प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर दिन की शुरुआत धूप के साथ हुई और दोपहर बाद बादल छा गए और कई स्थानों पर बारिश हुई। प्रदेश में ऊना में 32 मिलीमीटर, कांगड़ा व बरठीं में तीन-तीन मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में दो एनएच समेत 344 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं जिन्हें अभी खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अब तक 346 लोगों की हुई मौत
प्रदेश में बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने के चलते अब तक काफी तबाही हो चुकी हैं. नुकसान का आकलन 8099.46 करोड़ पहुंच गया है। वही इस बाढ़, भूस्खलन और बदल फटने के कारण 346 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। मानसून के दौरान 2216 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। 9819 मकानों को नुकसान हुआ है। 300 दुकानों के साथ 4702 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अब तक हुए नुकसान में लोकनिर्माण विभाग का नुकसान बढ़कर 2712.19 करोड़, जल शक्ति विभाग को 1860.52 करोड़, बिजली बोर्ड को 1707.35 करोड़ का नुकसान हुआ है। हालांकि, इसपर राज्य के मुख्यमंत्री सुक्खू ने हिमचाल दौरे पर आए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हिमाचल के लिए मदद मांगी जिसपर जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री सुक्खू को आश्वासन देते हुए कहा की वह हर संभव मदद प्रदान करवाएंगे| (Himachal News)