(विपन शर्मा)- उत्तर क्षेत्रीय फॉरेंसिक लैब धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के मास्टर ऑफ फॉरेंसिक साइंस के छात्रों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य फॉरेंसिक लैब में होने वाले कार्यों की बारीकी को छात्रों को सीखाना है। आरएफएसएल धर्मशाला कि डिप्टी डायरेक्टर मीनाक्षी महाजन ने बताया कि एचपीयू के छात्र फॉरेंसिक साइंस की बारीकियों, लाइव मामलों और प्रैक्टिकल तौर से किस प्रकार इन मामलों का हल किया जाता है इसको लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों को दो समूहों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इन फॉरेंसिक के छात्रों को फिंगरप्रिंट को लेकर प्रशिक्षण दिया गया है कि किस प्रकार से अपराध में फिंगरप्रिंट का प्रयोग होता है और किस प्रकार से इन्हें ढूंढा जा सकता है। किस प्रकार से इन्हें उठाया जा सकता है, इत्यादि प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, ताकि आने वाले समय में यदि यह छात्र फॉरेंसिक को अपने करियर के रूप में चुनते हैं तो वह फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि करीब 25 छात्रों को यह प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है जोकि 1 सप्ताह तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से छात्रों को यह मदद मिलेगी कि वह यदि अपनी एमएससी पूरा करने के बाद फॉरेंसिक में कार्य करते हैं तो वह सीधे अपना कार्य शुरू कर सकते हैं। इसी संदर्भ में उन्हें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है।