(सुभाष चंदेल)- चंगर क्षेत्र की दबट परियोजना में कार्यरत जल शक्ति विभाग में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर धरना प्रदर्शन शुरू कर कर दिया है।
शुक्रवार को कर्मचारियों का यह शांतिपूर्वक धरना दूसरे दिन में प्रवेश कर गया।
इन आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा उनके पिछले 9 महीने से वेतन नहीं दिया जा रहा है।
इतना ही नहीं इन आउटसोर्स कर्मचारियों का वर्ष 2016 से ई पी एफ का भी कोई ब्यौरा नहीं दिया जा रहा है।
कर्मचारी कहते हैं कि 1 अप्रैल 2022 से उनकी दिहाड़ी बढ़ाकर 350 रु कर दी गई है जबकि ठेकेदार अभी भी उनको 250 रु दिहाड़ी देकर प्रताड़ित कर रहा है।
धरने के कारण पेयजल स्कीम बंद होने से लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इन कर्मचारियों का कहना है कि ज़ब तक उनकी बढ़ी हुई दिहाड़ी तथा पिछला वेतन नहीं दिया जाता वह स्कीम को बंद रखकर प्रदर्शन जारी रखेंगे।