हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसक झड़प को लेकर पुलिस लगातार एक्शन में है। ताजा मामले में सामने आया हैं कि रविवार को एसटीएफ (STF) और क्राइम ब्रांच की टीमों द्वारा नूंह के कई गांवों में छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान पुलिस ने आठ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को शक हैं कि ये लोग नूंह हिंसा में शामिल थे। हालांकि, हिरासत में लिए गए सभी लोगों को पुलिस लाइन लाकर उनसे पूछताछ की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर देर शाम तक इन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। आपको बता दें कि शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पूछताछ में इन लोगों के नाम सामने आए थे। (Nuh Violence)
दोनों समुदाय की हुई बैठक में की गई अमन चैन की अपील
नगीना खंड के नाईनगला गांव में हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय के बीच एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें अमन चैन और शांति की अपील की गई। बैठक के दौरान गांव की सरपंच आरिशा तफज्जुल ने कहा कि जिले में हुई हिंसा ने दोनों समुदाय के बीच खटास पहुंचाने का काम किया है। ऐसे उपद्रवियों को प्रशासन किसी भी हालत में माफ नहीं करेगा। यहां के सभी लोग अमन-चैन के साथ रहते हैं। यह भाईचारा सदियों पुराना है, इसलिए इसको हम किसी भी हालत में खराब नहीं होने देंगे। समाजसेवी तफज्जुल हुसैन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अमन चैन के साथ हिंदू मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। शादी व सभी कार्यक्रमों में मिलजुल कर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि वह अमन-चैन और शांति के साथ रहना चाहते हैं|
हिंसा के बाद से लोगों में डर जरूर बना हुआ है। लेकिन प्रशासन इस डर को जल्द ही दूर करेगा। गांवों में लगातार प्रशासन की बैठकें हो रही हैं। ताकि सभी लोग एक दूसरे के साथ मिल झूलकर रह सकें। वहीं गांव की पूर्व सरपंच संगीता ने कहा कि हिंसा के बाद बडक़ली चौक वीरान पड़ा हुआ है। यह सिर्फ और सिर्फ डर का करण है। नूंह हिंसा के कारण स्थानीय लोग काफी भय में हैं. लेकिन लोगों को अपने दिल में से ये भय निकाल देना चाहिए। यदि लोग इस डर को जल्द से जल्द अपने भीतर से निकाल देते हैं तो इसमें उनकी ही भलाई हैं. इस मौके मोहन, सुभाष, गजराज, सुखबीर, मोहम्मद अयूब, कासम, आस मोहम्मद, नसीर, बंसी समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे। (Nuh Violence)