हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों की बदहाल हालत का वीडियो आए दिन किसी न किसी कारण से सोशल मीडिया पर वायरल होता ही रहता है ऐसा ही एक मामला नालागढ़ डिपो की बस का भी समान आया है जिसमे वायरल वीडियो में नालागढ़ डिपो की बस की छत से पानी टपक रहा है। आज मंगलवार सुबहा से ही बस की छत से टपकते बारिश के पानी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार नालागढ़ डिपो की बस जिसका रूट नालागढ़, बघेरी से चंडीगढ़ का है आज सुबह जैसे ही बारिश होने लगी तो निगम की बस की पिछली सीटों पर छत से बारिश का पानी टपकने लगा। इससे यात्रीयो को सीट पर बैठने में परेशानी का सामना करना पड़ा । बस में टपक रहे पानी का एक यात्री ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है।
नालागढ़ से चंडीगढ़ जा रही बस मंगलवार को सुबह जब बगेरी से सवारियां उठाने जैसे ही पहुंची तो बारिश हो रही थी जिसके चलते बस की पिछली सीटों पर छत से पानी टपकने लगा और यात्रियों को खड़े होकर ही चंडीगढ़ तक का सफर करना पड़ा। । बस सवार यात्रियों का कहना था कि लंबी दूरी के लिए सही बसें भेजी जाएं जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की तकलीफ का सामना न करना पड़े। वहीं एचआरटीसी बस की एक और वीडियो भी सामने आई है जिसमे सुबह के समय लोगों को जान जोखिम में डाल कर बस में सवार होना पड़ रहा है। वीडियो में एचआरटीसी बस में लोग बस के दरवाजों पर लटककर बस में सवार होने को मजबूर है। यह वीडियो भी नालागढ़ क्षेत्र के दभोटा गांव का बताया जा रहा है। जहां इस रूट पर बसों में कमी के चलते लोगों को यह जोखिम उठाना पड़ता है। जिससे बस के साथ हादसा होने का खतरा बड़ जाता है।
उधर, एचआरटीसी नालागढ़ डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक हरपाल सिंह ने कहा कि उनके ध्यान में भी यह वीडियो आया है। और इस बस के बारे जानकारी ली गई है जिसमे यह पता चला है की यह बस काफी पुरानी है। और इससे पहले भी उनके समक्ष इस प्रकार की दिक्कत सामने आई थी उन्होंने कहा की एक महीने के अंदर अंदर इन गाड़ियों की नीलामी की जा रही है। और यह गाड़ी भी नीलम होनी है। इसकी छत लीक हो रही है जिसमे काफी खर्चा आना है और पर ये बस कंडम करदी जायेगी इस लिए रिपेयर नही करवाई गई है। साथ ही ओवरलोडिंग के संदर्भ में उन्होंने कहा की यह समस्या सुबह के समय आरही है जिस समय लोग अपने कार्य स्थान के लिए निकल रहे होते है उस समय यह समस्या सामने आ रही है। जल्द ही ऊना और रोपड़ के कुछ रूटों के लिए नई बसें लगा दी जाएगी। जिससे ओवरलोडिंग काम होगी।