Breaking News

रायपुर फरवरी को होने वाले कांग्रेस के अधिवेशन की तैयारियां

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) में 24, 25 और 26 फरवरी को होने वाले कांग्रेस (Congress) के 85वें अधिवेशन की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी बीच पार्टी में कांग्रेस वर्किंग कमेटी यानी (CWC) चुनावों को लेकर चर्चा तेज हो गई हैं। सवाल है कि क्या पार्टी के इस शक्तिशाली समूह (powerful group) के लिए 26 साल बाद चुनाव होंगे? खासतौर से तब जब 5 बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव नजदीक हैं।

फिलहाल, कांग्रेस का आधिकारिक मत यही है कि 24 फरवरी को संचालन समिति तय करेगी कि चुनाव होंगे या मल्लिकार्जुन खड़गे को CWC नियुक्त करने का अधिकार दिया जाएगा। हालांकि, अब तक यह बात खोखली नजर आती है, क्योंकि अब तक कहीं भी इलेक्टोरल कॉलेज के संकेत नजर नहीं आ रहे हैं। इलेक्टोरल कॉलेज से मतलब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट्स की सूची से है। वहीं कहा जाता है कि कई बार पार्टी के जानकार राहुल गांधी को बता चुके हैं कि CWC के लिए चुनाव आगामी चुनावों में एकता की भावना को चोट पहुंचा सकते हैं। ऐसे समझें- अगर डीके शिवकुमार या सिद्धारमैया जीतते हैं या हार जाते हैं, तो इसका असर कर्नाटक के सियासी समीकरण पर पड़ेगा। यही हालात राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर भी पड़ सकते हैं।

इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि CWC चुनाव के खिलाफ खड़े नेता अलग ही आशंका जता रहे हैं। उनका मानना है कि चुने गए CWC सदस्य पॉवर सेंटर के तौर पर उभर सकते हैं और खड़गे की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। खास बात है कि खड़गे पहले ही सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से दबे होने के आरोप झेलते रहे हैं।
CWC के बीते दो चुनाव यानी तिरुपति 1992 के दौरान पीवी नरसिम्हा राव पार्टी प्रमुख थे। वहीं, कलकत्ता 1997 के समय सीताराम केसरी पार्टी की कमान संभाल रहे थे। उस दौरान चुने गए अर्जुन सिंह, शरद पवार, अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद जैसे नेता ताकतवर के तौर पर उभरे, हालांकि, राव ने चुने नेताओं को नामित बताकर एक सियासी दांव खेला, जिससे उनका कद कम किया जा सके।
कहा जाता है कि यह उपाय भी ज्यादा दिन चल नहीं सका और इसकी वजह अयोध्या में विध्वंस और बाद में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को बताया गया। कांग्रेस में ही जंग छिड़ गई और 1995 में पार्टी टूट गई। उस दौरान अर्जुन सिंह, एनडी तिवारी, शीला दीक्षित समेत कई दिग्गजों ने कांग्रेस (तिवारी) का गठन किया था।
माना जा रहा है कि CWC की 23 सीटों के लिए उम्मीदवारों की संख्या 50 से ज्यादा है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि अगर गांधी परिवार के तीन सदस्यों को CWC में लाया जाता है, तो यह गिनती घटकर 20 पर आ जाएगी। उम्मीदवारों में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कमलनाथ, जयराम रमेश, तारिक अनवर, अंबिका सोनी, दिग्विजय सिंह, मीरा सिंह, पवन बंसल, सिद्दारमैया, रमेश चेन्नीथला, ओमान चंडी, मणिशंकर अय्यर, सलमान खुर्शीद, शैलजा समेत कई नाम शामिल हैं।
इनके अलावा G23 में शामिल रहे नेता शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा और पृथ्वीराज चव्हाण जैसे दिग्गजों का नाम भी है। 50 से कम उम्र के मामले में सचिन पायलट, दीपेंद्र हुड्डा, जितेंद्र सिंह और रणदीप सिंह सुरजेवाला भी दौड़ में हो सकते हैं।
पहले दिन 24 फरवरी को होगा प्रतिनिधियों का रजिस्ट्रेशन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बताया कि एआईसीसी का 85वां अधिवेशन 24, 25, 26 फरवरी को चलेगा। अधिवेशन में विभिन्न विषयो की विषय कमेटियां विमर्श करके अपनी अनुशंसा देंगी। इसके संबंध में कांग्रेस के अधिवेशन में प्रस्ताव पारित होगा। अधिवेशन के प्रथम दिन 24 फरवरी को प्रतिनिधियों का रजिस्ट्रेशन होगा। दूसरे दिन पीसीसी एवं एआईसीसी प्रतिनिधियों का सम्मेलन होगा। तीसरे दिन विशाल आमसभा होगी। आमसभा जोरा में कृषि विश्वविद्यालय के सामने होगा।

About ANV News

Check Also

बहादुरगढ़ में बिजली के तार चपेट में आने से दो लोगों की मौत का मामला सामने आया है

बहादुरगढ़ की सब्जी मंडी के पास बाइक सवार दो युवकों पर बिजली का तार टूटकर …

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Share