भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में गांधीवादी एवं शांति अध्ययन विभाग द्वारा आयोजित “महात्मा की जयंती के उपलक्ष्य में” कार्यक्रम में भाग लिया। प्रोफेसर सिमरित काहलों द्वारा ‘वर्तमान परिदृश्य में महात्मा गांधी की प्रासंगिकता’ व्याख्यान दिया गया। इस अवसर पर सेनेट सदस्य डीपी रंधावा और अन्य वरिष्ठ संकाय सदस्य और छात्र उपस्थित थे। अरुण सूद ने छात्रों और शिक्षकों को गांधीवादी मूल्यों के बारे में संबोधित किया और कहा कि महात्मा शारीरिक रूप से नहीं बल्कि अपने दर्शन के माध्यम से हमारे बीच हैं।
सूद ने कहा कि हमारे पीएम मोदी अपनी सरकार चलाने में गांधीवादी दर्शन का पालन कर रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देना स्वदेशी के समान है। बापू ने कहा कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, आज सरकार की सभी प्रमुख नीतियां ग्रामीण लोगों और आदिवासियों के विकास के लिए निर्देशित हैं, गांवों को विकसित करके ही पीएम अगले दो दशकों में भारत को एक विकसित देश के रूप में देखना चाहते हैं। पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 20 देशों के शासनाध्यक्षों को राजघाट पर श्रद्धांजलि देने ले गए और पूरी दुनिया अहिंसा के गांधीवादी सिद्धांत की सराहना करती है और यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र ने भी 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में स्वीकार किया है। इसलिए गांधी दर्शन आज भी हमारे जीवन का मार्गदर्शन करता है।