इस समय बारिश का कहर देशभर में छाया हुआ हैं. वही अब हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश से पंजाब के लोग परेशान हो रहे हैं. वही पंजाब के होशियारपुर जिले में व्यास नदी तथा रूपनगर में सतलुज नदी के पास के कई गांव पोंग और भाखड़ा बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद जलमग्न हो गए हैं. जिस कारण वहां के लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. अधिकारियों ने मंगलवार यानी (15 अगस्त) को यह जानकारी देते हुए बताया कि कई ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया दिया गया है और वही कई अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. गुरदासपुर जिला प्रशासन ने भी निचले इलाकों और व्यास नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है| (Punjab Flood)
निचले इलाको के घरों में घुसा पानी
पोंग बांध से पानी छोड़ने का फैसला लिए जाने के बाद, पंजाब सरकार द्वारा सोमवार को जारी किए गए एक परामर्श में गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला और तरणतारण जिलों में लोगों से व्यास नदी के करीब नहीं जाने को कहा गया है. सतलुज पर भाखड़ा बांध और व्यास नदी पर पोंग बांध (दोनों हिमाचल प्रदेश में) का जलस्तर संबद्ध जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद बढ़ रहा है. वही अधिकारियों द्वारा बताया गया कि पोंग बांध से पानी छोड़े जाने के चलते होशियारपुर के, तलवारा, हाजीपुर और मुकेरियां गांवों में खेत जलमग्न हो गए. साथ ही उन्होंने बताया कि निचले इलाके वाले गांवों और खेतों में तथा व्यास नदी के पास कुछ घरों में पानी घुस गया है. हाजीपुर ब्लॉक में बील सराइना गांव में तीन फुट पानी जमा हो गया है, जिसके चलते कुछ ग्रामीणों को पुरोचक में एक गुरुद्वारा में ठहराया गया है. हालांकि, अधिकारियों द्वारा लोगो को सही सलामत गुरुद्वारा पंहुचा दिया गया हैं. हाजीपुर इलाके के पट्टी नाम नगर, हंडोवाल, उलाहा, धाडे करवाल और पट्टी नवे घर गांव तथा तलवारा ब्लॉक के चंगढ़वान,चकमीरपुर और सतवाना गांव में भी जलमग्न हो गया हैं. उन्होंने बताया कि मुकेरियां ब्लॉक के मेहताबपुर, मौली और नौशेरा गांवों के खेतों में भी काफी पानी घुस गया है|
450 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
तलवारा के थाना प्रभारी हरगुरदेव सिंह द्वारा बताया गया कि बांध से पानी छोड़े जाने के बाद शाह नहर बराज के करीब फंसे पांच प्रवासियों को बचा लिया गया है. वही पुलिस द्वारा बताया गया कि अन्य 15 श्रमिकों को चकमीरपुर गांव से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. नदी के पास स्थित चंघरवान गांव में नौ लोगों के एक परिवार को भी निकाला गया. होशियारपुर की उपायुक्त कोमल मित्तल ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल और गैर सरकारी संगठनों को राहत कार्यों में लगाया गया है. जिला प्रशासन ने विभिन्न स्थानों पर छह राहत शिविर स्थापित किए हैं. मित्तल ने बताया कि 450 लोगों को निकाला गया और राहत शिविरों व अन्य सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया हैं. हालांकि, वह सभी लोग सुरक्षित हैं. उन्होंने आगे बताया कि बाढ़ से करीब 30 गांव प्रभावित हुए हैं तथा इन गांवों के लोगों से स्वैच्छिक रूप से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है. उन्होंने बताया कि स्थिति की करीबी निगरानी की जा रही है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में फिलहाल अभी तक किसी की जान जाने की कोई भी सूचना नहीं मिली है. तलवारा में व्यास बांध के मुख्य अभियंता अरुण कुमार सिदाना ने कहा कि पोंग बांध में जल प्रवाह 1.42 लाख क्यूसेक है और नियंत्रित तरीके से पानी छोड़ा जा रहा है. पोंग बांध में जल स्तर अभी 1,399.65 फुट है। भाखड़ा बांध में जलस्तर सोमवार को करीब 1,677 फुट रहा.रूपनगर जिले में, बेला ध्यानी, भानम, आनंदपुर साहिब में पलासी भी भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद जलमग्न हो गए हैं| (Punjab Flood)
लोगों से दहशत में नहीं आने की अपील
पंजाब के शिक्षा मंत्री एवं आनंदपुर साहिब के विधायक हरजोत बैंस ने कहा कि कुछ गांव भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस बीच फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और वही उन्होंने जनता से यह अपील करी की कोई भी दहशत में न आए। बैंस ने एक वीडियो संदेश में कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों में भारी बारिश होने के कारण भाखड़ा बांध से उसका अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है. बैंस ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के चलते मेरे निर्वाचन क्षेत्र में कई गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. हम लोगों को खतरनाक स्थानों से निकाल रहे हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पंहुचा रहे हैं|