चंडीगढ़ः पंजाब सरकार लोगों को जल्द ही बड़ी राहत देने वाली है। ऐसे में अब लोगों के सुविधा सेंटर के झंझटों से काफी हद तक छुटकारा मिल जाएगा। दरअसल, अब जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र की प्रक्रिया को और सरल बनने जा रही है। हर अस्पताल और श्मशान घाट का डाटा अपलोड करने के लिए एक मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि इसके लिए कई बैठकें हो चुकी है। मोबाइल एप तैयार करने के लिए संबंधित विभागों को कह दिया गया है। एप से सारा डाटा शेयर होते ही स्थानीय निकाय विभाग प्रमाण पत्र संबंधित लोगों के घरों में भेज देगा या फिर उनके मोबाइल पर ही सर्टिफिकेट आ जाएगा और उसे प्रिंट किया जा सकेगा। जहां-जहां इस डाटा की जरूरत होगी वहां यह ट्रांसफर हो जाएगा।
जिस अस्पताल, नर्सिंग होम और जच्चा बच्चा केंद्र में कोई भी महिला बच्चे को जन्म देती है तो उसका सारा डाटा मोबाइल एप पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। ऐसे ही श्मशान घाट से जुड़े लोगों को भी एप पर प्रतिदिन का डाटा डालना होगा। यह एप स्थानीय निकाय विभाग के जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र विभाग से जुड़ेगा, जिससे प्रमाणपत्र जल्द बन सकेंगे। इस प्रयोग में दिल्ली सरकार भी शामिल है। यदि यह प्रयोग पंजाब में सफल रहा तो इसे दिल्ली में भी लागू किया जाएगा। मुख्य सचिव स्तर पर इसकी बैठकें शुरू हो गई हैं। यानी आगे से अगर नए जन्मे बच्चे के 18 साल का पूरा होने के बाद उसका वोटर आई कार्ड बनाना है तो विभाग सीधा ही संबंधित के घर जाकर ऐसा कर सकता है। इसी तरह मृत्यु का प्रमाणपत्र भी तैयार करने के लिए सभी श्मशान घाटों को मोबाइल एप के साथ जोड़ा जाएगा। अभी यही डाटा रजिस्टर में नोट किया जाता है जहां से यह स्थानीय निकाय विभाग को भेजा जाता है।