सिरसा। पिछले लंबे समय से हरियाणा में पंजाबी शिक्षकों की भर्ती न किए जाने के गंभीर मुद्दे को हरियाणा विधानसभा में बुलंदी से उठाने पर राज्य सरकार की ओर से 104 पदों पर पंजाबी शिक्षकों के आवेदन मांगे जाने पर पंजाबी शिक्षकों ने शनिवार (23 सितंबर) को कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला से मिलकर उनका आभार जताया। पंजाबी शिक्षक संघ के प्रधान राजेंद्र, हरजिंद्र सिंह, राजविंद्र मलड़ी व लखविंद्र सिंह आदि ने सिरसा अनाजमंडी में मिलकर उनके प्रयासों के लिए मिठाई खिलाई और उनका धन्यवाद किया। इस अवसर पर विधायक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि प्रदेश की मौजूदा गठबंधन सरकार ने अपने साढ़े 9 साल के लंबे शासन में न केवल शिक्षकों को बल्कि सभी वर्गों को अपनी गलत नीतियों से परेशान किया है जिससे हरियाणा बेरोजगारी, अपराध में नंबर वन बन गया है। विधायक केहरवाला ने कहा कि वे सभी वर्गों के कल्याण के लिए सदैव तत्पर हैं। विधायक ने कहा कि हिंदी के बाद पंजाबी को हरियाणा में दूसरी भाषा का दर्जा प्राप्त है और ऐसे में इस विषय के शिक्षकों की भर्ती न किए जाने पर गठबंधन सरकार का रवैया आसानी से जाना जा सकता है। कांग्रेस विधायक ने पंजाबी शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि वे उनके हर संघर्ष में साथ हैं।
