धर्मपुर उपमंडल में पिछले दिनों हुई भारी वर्षा से प्रभावितों की समस्याओं बारे मंगलवार को पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह और किसान सभा के खंड अध्यक्ष रणताज राणा की अध्यक्षता में एसडीएम धर्मपुर के माध्य्म से मुख्यमंत्री को माँगपत्र भेजा गया। जिसमें सरकार से उन सभी भूमिहीन व ख़तरे वाले इलाकों में रहने वाले परिवारों को सरकारी भूमि उपलब्ध कराने की मांग की गई और साथ ही नए घर बनाने के लिए धनराशी मुहैया कराई जाए। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि धर्मपुर में 135 मकान पूर्ण और 127 मकान आंशिक तौर परतथा 220 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। जिनमें अनुसूचित जाति से सबंधित आधा दर्जन बस्तियां तो पूरी तरह असुरक्षित हो गई हैं। जो नालों और खड्डों के किनारे पर स्थित थी और वहीं पर ज़्यादा नुक़सान भी हुआ है और लोग बेघर हो गए हैं। जिनमें से अभी तक कई परिवारों को रहने के लिए किराए पर भी मकान नहीं मिल रहे हैं।
यही नहीं अगर उन्हें अगर बहुत ज्यादा दूर ठहरने का प्रबन्ध है तो उनके मवेशियों को कैसे और कहां रखना है ये भी समस्या आ रही है। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सरसकान पँचायत के नरेढा गांव के डेढ़ दर्जन परिवार तनियार पँचायत के हियुन बाल्ह के एक दर्जन तथा कुन, कमलाह, मोरला, रियूर, डिडणु, डरवाड़ इत्यादि पंचायतों में भी ऐसे दर्ज़नो परिवार हैं जिनके मकान ढह गए हैं और उनके पास अब घर बनाने के लिए ज़मीन उपलब्ध नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से डैमेज आकलन के नार्म बदलने की भी मांग सरकार से की है। क्यूंकि नुक़सान की जो रिपोर्ट पटवारियों के माध्य्म से तैयार की गई है उसमें केवल उन्हीं घरों व गौशालाओं को चयनित किया गया है जो पूर्ण या आंशिक तौर पर गिर गए है। लेकिन घरों में आई दरारों और उनके आसपास गिरे लहासों को नुकसान की रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है और इस प्रकार का नुक़सान ज़्यादा हुआ है।
यही नहीं रिपोर्ट में कृषि व बाग़वानी वाली भूमि को भी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है। जबकि इस प्रकार का नुक़सान बहुत ज्यादा हुआ है। इसके अलावा घरों के पास गिरे डंगों को केवल मनरेगा से लगाने के लिए बोला जा रहा है जो सभी जगह संभव नहीं है। इसलिए उसके लिए अतिरिक्त बजट मुहैया कराया जाए। असुरक्षित क्षेत्रों की अधिसूचना जारी की जाए और सरकार ने जो राहत पैकेज घोषित किया है उसे जल्दी जारी किया जाए। सरस्कान कि नरेढा और तानिहार ग्राम पंचायत के हियुन बाल्ह अनुसूचित जाति की बस्तियों के सभी परिवारों ने मुख्यमंत्री और विधायक से ये मांग की है कि उन्हें बसने के लिए दूसरी सुरक्षित जगह आवंटित की जाए। इस मौके पर किसान सभा के प्रभावितों की कमेटी भी गठित की जिसमें पाड़छु – सजाओपीपलु के नानक चन्द को सयोंजक और सुरेश कुमार, रूपलाल, सोनू, हीरा लाल, लेख राज, जसवंत, सुनील, टेक चन्द, गोविंद राम, सुंदर सिंह, प्रकाश चन्द, विजय कुमार, संजीव कुमार को कमेटी सदस्य बनाया गया।