हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर लगातार जारी हैं. जिस कारण हिमाचलवासियों की समस्या बढ़ती जा रही हैं. प्रदेश में मानसून ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। राज्य में पिछले 36 घंटे से लगातार बारिश जारी है। ये भारी बारिश जानमाल के नुकसान का एक बढ़ा कारण बन चुकी है। भारी बारिश के कारण राज्य में दो जगह बादल फटे हैं और जगह-जगह पर भूसखलन हुआ है। इससे अलग-अलग स्थानों पर अब तक 351 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश में आपदा के दौरान मरने वालो की संख्या बढ़ कर 351 हो चुकी है। इस बीच 38 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं और 336 लोग आपदा के दौरान घायल हुए हैं। (Himachal News)
मंडी के कोटला,देओरी और पंडोह में सुबह बादल फटने से खूब तबाही मची हुई हैं। वही, पंडोह में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत और कुलाह स्कूल भवन नाले में बह गया। कटोला में भी कई घरों और गौ-शालाओं को काफी नुकसान पहुंचा है। शिमला के मशोबरा में भस्खलन होने के बाद मलबे में दबने से पती-पत्नी की मौत हो गई। मलबे से दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। राजधानी शिमला समेत राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी सुबह तीन बजे डरावनी बारिश हुई।
बिजली की जोरदार गड़गड़ाहट से पूरा शहर सहम चुका हैं। भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन से घरों, गौशालाओं, दुकानों, सड़कों को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचा है। शिमला के विजयनगर, कृष्णानगर और गाहन में 12 से ज्यादा घरों को खाली कराया गया है। तीन एनएच समेत 538 सड़कें बंद, 2897 ट्रांसफार्मर और पानी की 214 परियोजनाएं ठप हिमाचल में भारी बारिश के कारण जनजीवन एक बार फिर से प्रभावित हुआ है। लोगो अपने घरों को छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं| (Himachal News)
तीन एनएच समेत 538 सड़को पर यातायात पूरी तरह से बंद किया जा चुका है। जबकि, 2897 बस्तियों में बिजली नहीं है। ट्रांसफार्मर के टूटने से पावर कट की समस्या भी बढ़ गई है। पानी की 214 परियोजनाएं ठप हैं। यानि लोगों को बिजली,पानी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधा नहीं मिल रही है। बिलासपुर में 50, चंबा में 2, हमीरपुर 33, कांगड़ा 7, किन्नारों 2, कुल्लू 24, मंडी, शिमला 58, सिरमोर 3, सोलन 134 और ऊना में 4 सड़को को बंद कर दिया गया है।
इसके अलावा एनएच-5 चंडीगढ़-परवाणू, एनएच-503 बड़सर लठैणी, एनएच- 21 मंडी-कुल्लू, एनएच 154 मंडी-पठानकोट सड़क बंद है। कुल्लू में सबसे ज्यादा 11 42 ट्रांसफार्मर टूट गए है। शिमला में 598, सोलन में 410, सिरमोर में 158 और ऊना में 80 बिजली के पोल टूट गए हैं। 72 घंटे राहत मिलने का कोई आसार नज़र नहीं आ रहा हैं, चेतावनी जारी चिंता इस बात की है कि अगले 72 घंटे तक भारी बारिश से राहत के आसार नहीं है| (Himachal News)
चंडीगढ़-शिमला फोरलेन सोलन के चक्की मोड़ के पास फिर से बंद हो गया है। इसके बाद हाईवे पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई है। अल्टरनेटिव रोड भी लैंडस्लाइड के कारण जगह जगह बंद हो गई है। मौसम विभाग द्वारा 23-24 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ये चेतावनी सोलन, शिमला, सिरमौर, हमीरपुर, ऊना मंडी, कांगड़ा, चंबा, कुल्लू, किन्नौर और लाहुल-स्पीति के लिए जारी किया गया है। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए शिमला, हमीरपुर और मंडी जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल-कालेज वीरवार तक बंद कर दिए गए हैं, जबकि सोलन, सिरमौर व बिलासपुर जिले के शिक्षण संस्थानों में आज छुट्टी की गई है। चिंता बस इस बात की हैं कि अगले 72 घंटे बारिश से राहत पाना मुश्किल लग रहा हैं और इस वजह से भूस्खलन और बाढ़ का खतरा मंडरा रहा हैं|