
(कमलेश भारतीय)……
आखिरकार महिला कोच के साथ हुए यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठी और आवाज उठाने वाली हैं वाॅलीबाल की राष्ट्रीय खिलाड़ी रहीं और महिला सशक्तिकरण के लिए हमेशा अगली कतार में खड़ी रहने वाली जगमति सांगवान ! वे हिसार के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय से शिक्षित हैं और पिछले कई वर्षों से रोहतक रहती हैं । महर्षि दयानंद विश्विद्यालय से सेवानिवृत्त हैं । जगमति सांगवान ने कल झज्जर में इस मामले को लेकर प्रदर्शन किया तो आज भिवानी जायेंगीं जहां भाजपा की विशेष बैठक होने वाली है । जगमति सांगवान ने कहा कि महिला कोच को हर तरीके से डराने धमकाने और हौंसला तोड़ने की कोशिश की जा रही है । यह बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ का तो कोई अच्छा उदाहरण नहीं । बेटी संघर्ष करते थक गयी लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई । मंत्री बनाये रखा गया संदीप सिंह को और वे लगातार महिला कोच पर दवाब बनाने में लगे हैं । मकान मालिक घर खाली करने की धमकी दे रहा है । जगमति के जज्बे को सलाम !
इधर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने भी यौन शोषण के मामले में ओटी मास्टर को बर्खास्त करने की मांग जोरों से उठाई है । यह मुद्दा भी हरियाणा पर कलंक के समाप है और सरकार अभी तक सोच में पड़ी है । महेंद्रगढ़ के राजकीय काॅलेज की छात्राएं भी पूछ रही हैं कि उनसे छेड़खानी करने वाले प्राध्यापक पर इतनी कमज़ोर धाराएं क्यों लगाईं कि वह शिकायत पर कार्रवाई से पहले ही जमानत पर बाहर भी आ गया ?
इधर हांसी के निकट एक गांव के राजकीय विद्यालय में एक चपरासी ने छोटी बच्ची से गंदी हरकत कर फिर विद्या के मंदिर को कलंकित किया है । बच्ची के अभिभावकों की शिकायत पर चपरासी को गिरफ्तार कर लिया गया है । इसके बावजूद यह बड़ी हैरानी की बात है कि ऐसी ओछी हरकतें बढ़ती जा रही हैं और कार्रवाही बहुत ढीली ढाली होने से किसी को कोई डर भी नहीं सताता कि क्या होगा ? कुछ नहीं हो रहा । कुछ तो कीजिए सरकार !सचमुच अब बेटियों को अपने आंचल को परचम बनाना ही होगा !