कलायत, महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कलायत अनाज मंडी में गेंहू खरीद की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान आढ़तियों, किसानों द्वारा बिजली, पानी, बारदाना संबंधी रखी गई समस्याओं पर राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने अधिकारियों को दो दिन में सुधार करने के निर्देश दिए और इस समय अवधि में लापरवाही बरतने वालों को कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा। मौके पर बिजली निगम व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की गैर मौजूदगी पर उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। एक कार्यक्रम से वापसी के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा कलायत अनाज मंडी पहुंची तथा वहां पर अधिकारियों, आढ़तियों व किसानों की संयुक्त बैठक लेकर तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसान हमारा गौरव है और हमारी संस्कृति व संस्कार में उनका बड़ा योगदान है। किसान अपनी फसल को बच्चे की तरह पालन-पोषण करके तैयार करता है। इसके बाद जब वह फसल बिक्री के लिए अनाज मंडी पहुंचता है तो अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि उन्हें समुचित मान-सम्मान व सुविधाएं मिलनी चाहिए। उनके समक्ष मार्किट कमेटी सचिव अरविंद श्योकंद ने अनाज मंडी में खरीद करने वाली एजेंसियों के बारे में जानकारी दी व बताया कि गेंहू की चमक के लिए सेंपल करवाए गए हैं और इसकी रिपोर्ट आते ही गेंहू खरीद शुरू हो जाएगी। कलायत मंडी प्रधान ऋषिपाल ने बारदाना उपलब्ध नहीं होने की शिकायत की तो राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने सोमवार को 2 ट्रक बारदाना उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। राज्यमंत्री ने मंडी में पीने के पानी की व्यवस्था व बिजली के प्रबंधों की जानकारी लेनी चाही तो बिजली निगम के एसडीओ अंकित कुमार व जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के एसडीओ कुलदीप गिल मौजूद नहीं मिले। उन्होंने एसडीएम देवेंद्र शर्मा को तत्काल इन अधिकारियों से जवाब तलब करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने मार्किट कमेटी सचिव अरविंद श्योकंद को निर्देश दिए कि शीघ्र सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि अगले दो दिन में यदि किसी कमी को दूर नहीं किया गया तो संबंधित विभाग के अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने अधिकारियों को आश्वस्त भी किया कि यदि उनको किसी ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिसका समाधान चंडीगढ़ मुख्यालय अथवा प्रदेश सरकार से संबंधित है, तो वो खुद उसका समाधान करवाएंगी। इसके बाद उन्होंने मंडी परिसर में गेहूं की ढेरियों पर जाकर उनकी नमी, चमक व वजन का भी जायजा लिया।