ऐसे हौसले को सलाम है , आपकी कोशिशों के सामने चुनौतियां दम तोड़ देती हैं। अफसान स्कूल से आने के बाद रिक्शा पर सब्जी बेचता है क्योंकि उनके पिता जी का 4 साल पहले एक्सीडेंट हुआ। जिससे वह अभी भी चल फिर नहीं सकते हैं। ओपन आइज फाउंडेशन 4 साल से अफसान को पढ़ाने का काम कर रही है। आज उन्हें सारा शिक्षा संबंधित सामान दिया गया । साथ में तीन अन्य बच्चों को किट दी गई।
