हरियाणा राज्य लघु सिंचाई एवं नलकूप निगम के छटनी ग्रस्त कर्मचारियों ने हरियाणा सरकार द्वारा मानदेय भत्ता दिए जाने पर स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल का जताया आभार ।इस मौके उन्होंने शॉल ओढ़ा कर और फूल मालाएं पहना कर स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल का स्वागत किया।भाजपा सहकारिता विभाग के संयोजक व वरिष्ठ नेता राम जतन डमोली की अगुवाई में (एमआई टी सी) के सभी छटनी ग्रस्त कर्मचारी स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल से मिले। (Haryana News)
इस मौके पर छटनी ग्रस्त कर्मचारी कृष्ण कुमार और विजय कुमार ने बताया कि हरियाणा सरकार के वित्त विभाग द्वारा पूर्व की ओमप्रकाश चौटाला सरकार के दौरान एमआइटीसी विभाग को खत्म कर निकाल दिया गया था। उन सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन नीति के लाभ से वंचित कर दिया गया था और नई भर्ती की गई।मौजूदा सरकार ने इन कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए श्रेणी के अनुसार अक्टूबर 2020 में कर्मचारियों का मानदेय निश्चित किया था।लेकिन कुछ कर्मचारी जो बुढ़ापा पेंशन ले रहे थे उस वजह से उन्हें मानदेय मिलने में कुछ रुकावटें आ रही थी।जिनकी बुढ़ापा पेंशन लगी थी वो उनसे समाज कल्याण विभाग द्वारा वापिस मांगी गई।
विभाग द्वारा कहा गया कि जिन लोगो को मानदेय भत्ता मिल रहा है उनसे उनकी बुढ़ापा पेंशन वापिस ली जाएगी। इसको लेकर जब सभी कर्मचारी स्कूल शिक्षा मंत्री से मिले तो उन्होंने सरकार के सामने उनके पूरे विषय को रखा और हल निकाला और कुछ समय की इनकी बुढ़ापा पेंशन इनसे वापिस ली गयी और जो भी रुकावटें इन्हें मानदेय मिलने में आ रही थी उन्हें दूर किया गया।जिससे लंबे समय से रुका हुआ मानदेय अब इन्हें मिलेगा।कर्मचारियों ने कहा कि पूर्व की सरकारों में हमारा शोषण हुआ विभाग को बन्द कर हमें निकाल दिया गया और पेंशन के लाभ से भी वंचित रखा।200 से अधिक ऐसे कर्मचारी थे जिन्हें 14 महीने से मानदेय भी नही मिल पा रहा था।लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल के सहयोग और इनके प्रयासों से हमारा हक हमे मिला है ।जिसके लिए हम आज कई जिलों से सैंकड़ो छटनी ग्रस्त कर्मचारी स्कूल शिक्षा मंत्री का आभार व्यक्त करने आये है।वही सभी छटनी ग्रस्त कर्मचारियों ने वरिष्ठ भाजपा नेता व सहकारिता विभाग के संयोजक राम जतन डमोली का भी आभार जताया। (Haryana News)
वही स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने इस मौके पर कहा कि पूर्व की चौटाला सरकार के समय में एम आईटीसी विभाग को खत्म कर दिया गया था और सभी कर्मचारियों को निकाल दिया गया था ।इनको पेंशन के लाभ से भी वंचित रखा गया।इनके मानदेय और कुछ अधिकारों से भी इन्हें वंचित रखा गया। लेकिन जब यह विषय मेरे संज्ञान में लेकर आए तो मैंने यह विषय सरकार के सामने रखा। जिसके बाद कैबिनेट में इन सभी कर्मचारियों को इनकी श्रेणी के अनुसार इनका मानदेय निश्चित किया गया। लेकिन कुछ कर्मचारी इनमें से बुजुर्ग हो चुके थे जिसकी वजह से बुढ़ापा पेंशन भी ले रहे थे जिस वजह से इन्हें मानदेय नहीं मिल पा रहा था। और जो भी रुकावट आ रही थी उसके लिए मैंने प्रयास किया और आज इन सभी को यह मानदेय मिला है। हमने केवल प्रयास किया यह इनका ही अधिकार था जो इनको मिला है।सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ जन जन का हो कल्याण,जन जन को मिले सम्मान इसी उद्देश्य के साथ हमारी सरकार काम कर रही है।