अंडमान सागर से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान के रूप में विकसित हो चुका है। लेकिन ‘मोका’ नाम का यह चक्रवात भारत से नहीं टकराएगा। अब यह बांग्लादेश और म्यांमार के तट से टकरा सकता है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र एक अवदाब के रूप में बदल चुका है। यह उत्तर की ओर बढ़ रहा है और 10 मई तक एक चक्रवाती तूफान के रूप में तब्दील हो जाएगा। आईएमडी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे चक्रवात मोका के शुक्रवार, 12 मई की सुबह तक बहुत गंभीर तूफान में बदलने की संभावना है। इसके साथ ही हवा की गति 130 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
आईएमडी ने मंगलवार को कहा था कि बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और 65 किमी प्रति घंटे के वेग से चलने वाली हवाओं के साथ कम दबाव वाला क्षेत्र मंगलवार की शाम एक चक्रवात में केंद्रित हो गया। आईएमडी ने कहा था कि मौसम प्रणाली के बुधवार सुबह 5.30 बजे तक एक गहरे दबाव में बदलने और अगले 12 घंटों में चक्रवात ‘मोका’ में बदलने की उम्मीद है। हवा की गति 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक चल सकती है।
