हरियाणा एनवायरमेंट मैनेजमेंट सोसायटी की ओर से व्यापारियों की प्रदूषण से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए एक सेमिनार का आयोजन हुआ । इस मीटिंग में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के स्टेट ऑफिस से नवीन गुलिया विशेष रूप में व्यापारियों की समस्याएं सुनने के लिए शामिल हुए । इस दौरान उद्योगपतिय इस ऑर्गेनाइजेशन की कार्यप्रणाली से भी नाराज दिखे । बता दें की यमुनानगर जिला मेटल उद्योग का हब माना जाता है और यहां पर तांबे, पीतल स्टील और मेटल के बर्तन बनाने की लगभग 300 से ज्यादा फैक्ट्रियां हैं ।
व्यापारियों की प्रदूषण से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रदेश सरकार के अधीन काम करने वाली हरियाणा एनवायरमेंट मैनेजमेंट सोसायटी ( हेमस) इसके साथ काम करने वाली गेपील ( GEPIL ) कंपनी के साथ उद्योग पतियों की एक बैठक हुई, इसमें उद्योगपतियों ने प्रदूषण से संबंधित मामलों को लेकर अपनी अपनी समस्याएं रखी और इस दौरान कई उद्योगपति इस कंपनी की कार्यप्रणाली से नाराज भी दिखे। उद्योगपतियों का कहना था कि यह दोनों कंपनियां सिर्फ उद्योगपतियों को परेशान कर रही है। किसी ने पैसे लेने के बाद सदस्यता की रसीद ना लेने देने का आरोप लगाया तो किसी ने फैक्ट्रियों से वेस्ट ( स्लज ) ना उठाने का आरोप लगाया।
बता दे कि मेटल से जुड़ी फैक्ट्रियों में पानी को ट्रीट किया जाता है और साफ पानी फैक्ट्री से बाहर निकाल दिया जाता है जब के गंदे पानी से जो वेस्ट इकट्ठा होता है उसको गेपील कंपनी उठाती है, जोके हरियाणा एनवायरमेंट मैनेजमेंट सोसायटी के साथ मिल कर काम करती है । यह फैक्ट्रियों से वेस्ट उठाते हैं और उसके बाद उसे भी रीसाइकिल कर आगे जमीन की भर्ती और अन्य कई कामों में लाया जाता है ।
उद्योगपति विभोर पाहुजा ने भी कहा कि प्रदेश भर में यह इकलौती गेपिल कंपनी काम कर रही है और एक ही कंपनी होने के कारण ही वह सब मनमानी कर रहे हैं उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ दिन पहले भी पर्यावरण मंत्री कंवर पाल गुज्जर के साथ उद्योगपतियों की एक मीटिंग हुई थी और वहां भी उन्होंने अपनी मांगे रखी थी । उन्होंने मंत्री कंवर पाल गुज्जर से कहा था कि कंपनी की मनौपली के कारण वह अपनी मनमानी करते हैं इसलिए उद्योगपतियों को दूसरा विकल्प भी दिया जाए ।
विभोर पाहूजा ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे यमुनानगर जिले में मेटल उद्योग से जुड़े 300 से ऊपर फैक्ट्रियां हैं जिसमें साल का लगभग 1 टन वेस्ट गेपिल को देते हैं ।
आज के इस प्रोग्राम में उद्योगपतियों को फैक्ट्रियों में प्रदूषण की समस्या और वेस्ट की समस्या कम से कम हो इसके लिए जागरूक किया गया है ।
ओर प्रदूषण से संबंधित समस्स्ओं के बारे में जाना गया है और प्रदूषण को दूर करने के रास्ते भी बताए गए हैं
नवीन गुलिया ने बताया कि कुछ दिन पहले पर्यावरण मंत्री कंवर पाल गुज्जर से उद्योगपतियों की एक मीटिंग हुई थी और गेपील कंपनी के बारे में उद्योगपतियों ने अपनी समस्याएं उठाई थी और उन्हीं समस्याओं का आज समाधान करने के लिए यह सेमिनार किया गया है ।
नवीन गुलिया ने कहा कि उद्योगपतियों के लिए एक बहुत ही जल्द टोल फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा और एक व्हाट्सएप ग्रुप भी अलग से बनाया जाएगा जिसमें उद्योगपति अपनी समस्या रख सकते हैं और तुरंत ही उनका समाधान भी किया जाएगा ।