जीरकपुर/ संदीप सिंह बाबा/ बढ़ते कदम
जीरकपुर । बलटाना में स्थित फर्नीचर मार्किट में दुकानदारों द्वारा सड़क किनारे लकड़ी को की जाने वाले सप्रे (वारनेश सप्रे) के कारण यहां से निकलने वाले राहगीरों व नजदीक रहते लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिसकी स्थानीय लोगों द्वारा कई बार काऊंसिल व सप्रे करने वाले दुकानदारों को भी शिकायत की जा चुकी है। लेकिन दुकानदारों को इसका कोई फर्क नही पड़ता। क्योंकि कोई भी विभाग उनपर कार्रकाई करने से कतराता है। जबकि फर्नीचर मार्किट में लकड़ी को पालिश करने ya सप्रे करने के लिए जिस केमिकल का उपयोग किया जाता है, वह बेहद खतरनाक है। जिस से कई भयानक बीमारियां हो सकती है। लेकिन बावजूद इसके दुकानदार अपने फायदे के लिए इन केमिकल्स का इस्तेमाल धड़ल्ले से करते है। बलटाना मेन रोड से योग विहार, हेम विहार व गोबिंद विहार, सोही टावर आदि निवासी करिशन धानियां, पूनम शर्मा, सेंटी, दलजीत सिंह, प्रेम भारद्वावाज, सोम नाथ शर्मा, वेद प्रकाश आदि ने बताया कि हमें घर जाने के यही एक मात्र रास्ता है। लेकिन दुकानदारों ने उस पर कब्जा किया हुआ है। बड़ी बड़ी दुकाने होने के बावजूद यह लोग सामान सड़क पर रख कर सप्रे करते है। जो वहां से निकलने वाले राहगीरों के साथ साथ हमारे घरों तक आ जाता है। यह केमिकल इतना तेज होता है कि सांस लेना मुश्किल हो जाता है। जिस कारण हमें खाना पीना भी मुश्किल हो जाता है। उन्होंने बताया कि बीमार लोगों के लिए तो यह ओर भी खतरनाक है। लेकिन यह दुकानदार अपने फायदे के लिए दूसरों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। लोगों ने कहा की यदि जल्द इस समस्या का कोई स्थाई समाधान न किया गया तो वह अदालत का सहारा लेंगे।

लकड़ी को पालिश व सप्रे करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं चार तरह का केमिकल
मौके से मिली जानकारी अनुसार दुकानदार फर्नीचर को पालिश व सप्रे करने के लिए वारनेश सप्रे,ब्राउन पालिश, थिनर, सिल्लर, आदि चार से पांच तरह का केमिकल इस्तेमाल करते हैं। लोगों का कहना है कि यहां दुकानदारों द्वारा भारी मात्रा में यह केमिक्ल इस्तेमाल किया जाता है। हरेक दुकान पर 10 से 20 लीटर केमिक्ल कभी भी चैक करो तो मिल सकता है। अगजनी की घटना में यह बेहद खतरनाक साबित होता है। क्योंकि यह ऐसे केमिक्ल हैं जो आग को बहुत तेजी से फैला देते हैं। जबकि यह मार्किट रिहायशी इलाके में बने हुई है जो कभी हादसे का कारण बन सकती है। लोगों का कहना है कि दुकानदारों ने समान बाहर सड़क पर रखा हुआ है। जिस कारण काफी सड़क ब्लॉक हो जाती है। जिस कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। जिस तरफ प्रसाशन को ध्यान देना चाहिए।
कुछ केमिक्ल के लिए परमिशन तो लेनी पड़ती है। सप्रे पैटिंग यह लोग नही कर सकते, मेनुयल ही कर सकते हैं। इस में अगर काऊंसिल के एरिए में कर रहे हैं तो उनकी भी जिम्मेवारी बनती है। यदि कहीं प्रदूषण हो रहा है तो मैं चैक करवाकर कार्रवाई कर देंगे और साथ ही काऊंसिल को भी लिखित में भेज दिया जाएगा। ताकि वह अपने एक्ट के अधीन कार्रवाई कर सकें