प्रदेश के बागवानों को इस वर्ष सोलन सेब मंडी में बेहतर सुविधांए मिलने जा रही हैं। मार्किट कमेटी द्वारा सेब मंडी का निमार्ण कार्य लगभग पूरा कर दिया गया है। इस वर्ष सेब का सीजन मई मंडी में ही शुरू होगा। मई माह में मंडी का काम पूरा हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार सोलन में बीते करीब दस वर्षो से सेब मंडी की मांग की जा रही है। प्रत्येक वर्ष करीब 350 करोड़ रूपए का सेब का कोरोबार बाईपास पर खुले आसमान के नीचे किया जा रहा है। मार्किट कमेटी द्वारा टीन के शैड बनाकर आढ़तियों को दिए गए हैं। बरसात के दिनों में सेब मंडी किचड़ में तबदील हो जाती है। बागवानों को यहां पर खड़े होने की भी जगह नहीं मिल पाती है। आढ़ति भी अपनी जेब से पैसे खर्च करके अपने लिए मूलभूत सुविधांए जुटाते थे।
सोलन में शिमला, किन्नौर, मंडी, कुल्लू, सोलन व सिरमौर जिला के बागवान सेब लेकर आते हैं। करीब बीस लाख से अधिक सेब की पेटियां यहां पर प्रत्येक वर्ष बिकने के लिए पहुंचती हैं। देश भर के व्यापारी सोलन मंडी में सेब की फसल खरीदने के लिए आते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा सेब मंडी का शिलान्यास किया गया था। इसके बाद बाईपास पर स्टील का स्ट्रक्चर बनाए जाने का कार्य शुरू हुआ है। करीब दो वर्ष के अंतराल में यह काम पूरा होगा। इस मंडी में आढ़तियों को 48 दुकाने बनाकर दी जा रही हैं। मार्किट कमेटी के सचिव रविंद्र शर्मा का कहना कि सेब मंडी का कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है तथा इन दिनों कार्य प्रगति पर हो जो मई माह में पूरा कर दिया जाएगा। यह मंडी करीब दस करोड़ रूपए की लागत से बन रही है।