हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण हिमाचल के साथ-साथ पंजाब में भी कहर मचा हुआ हैं. वही, शनिवार की रात हरिके हेड वर्क्स पर पानी की आमद कम होते ही अधिकारियों ने राहत की सांस ली। हालांकि, धूसी बांध में पड़ी 100 फीट की दरार (100 feet Crack in Dhussi Dam) भरने के लिए अधिक तौर पर अधिकारी रात भर भी जागते रहे। जेसीबी मशीनों व मनरेगा मजदूरों की मदद से दरार भरने लिए कार्य लगातार चलता रहा। रात 2:30 बजे तक डीसी बलदीप कौर ने हालात का जायजा लेते मुख्यमंत्री कार्यालय तक अपनी रिपोर्ट भेजी। (Tarn Taran Flood)
रात में पानी की मात्रा हुई कम
दरिया ब्यास व दरिया सतलुज के संगम स्थान हरिके पत्तन हेड वर्क्स पर शनिवार की रात को करीब 11 बजे पानी की मात्रा काफी कम कर दी गई। जिसके बाद अब यहां 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया हैं। दरार भरने के साथ-साथ अन्य 4 स्थानों पर तटबंधों को मजबूत बनाने लिए सारी रात राहत कार्य जारी रहा। एनडीआरएफ की टीमों द्वारा रविवार सुबह 6 बजे तक विभिन्न गांवों से 9 लोगों को सुरक्षित निकाल कर राहत कैंपों तक पहुंचाया गया। फिलहाल, स्तिथि नियंत्रित हैं|
200 लोगों ने ट्राॅलियों की मदद से लाई रेत
कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने देर रात तक बांध पर चल रहे कार्यों का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान को बताया कि उन्हें इस काम को करने के लिए स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। वही, दूसरी ओर कार सेवा सरहाली संप्रदाय के मुखी संत बाबा सुक्खा सिंह की अगुवाई में करीब 200 लोगों ने तटबंध की मजबूती के लिए ट्रैक्टर ट्रालियों की मदद से रेत लाने का कार्य किया। (Tarn Taran Flood)
NDRF की टीमों ने किया दौरा
डीसी बलदीप कौर का कहना है कि कोट बुड्ढा्र सभरा, कुत्तीवाला, घडुम, घुल्लेवाल, भूरा हथाड़, गदाईके का देर रात तक एनडीआरएफ की टीमों ने दौरा किया। हालांकि, अभी हरिके हेड वर्क्स पर पानी काफी हद तक कम हो गया हैं. जिससे अधिकारियों को काफी राहत मिली|