(विपन शर्मा)- कांगड़ा घाटी में पिछले दो दिनों से मौसम खराब होने के साथ जहां ऊपरी पहाडिय़ों पर बर्फबारी हो रही है, वहीं निचले इलाकों में बारिश का क्रम जारी है। पहाडिय़ों पर बर्फबारी के बाद जंगली जीव जंतु निचले क्षेत्रों की ओर रुख करते हैं, ऐसे में वन विभाग ने इन जीव जंतुयों की सुरक्षा को कमर कस ली है। जंगली जीव जंतुओं के निचले क्षेत्रों की ओर रुख करने से इनके शिकार के मामले भी सामने आते हैं, ऐसे में वन विभाग द्वारा सुनिश्चित तरीके से इनकी सुरक्षा हेतू योजना तैयार की जाती है। इस वर्ष भी हर वर्ष की तरह वन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है।
पहाडिय़ों से निचले क्षेत्रों की ओर आने वाले जंगली जीव-जंतुओं की सुरक्षा को लेकर चीफ कंजरवेटर आफ फारेस्ट (सीसीएफ) धर्मशाला डीआर कौशल का कहना है कि हर वर्ष की तरह सर्दियों की शुरूआत के साथ ही विस्तृत योजना तैयार करता है। मास्टर प्लान तैयार कर टास्क फोर्स गठित की गई हैं।सीसीएफ ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्र जहां बर्फबारी ज्यादा होती है, उन एरिया को ज्यादा तवज्जो दी जाती है। सर्दियों में जंगली जानवरों का निचले क्षेत्रों में आगमन शुरू हो जाता है, उसके लिए विभाग की टुकडिय़ां निरंतर चेक रखती हैं। बर्फबारी से पेड़ भी गिरते हैं, उनकी भी चेकिंग रखी जाती है। ऊपरी पहाडिय़ों पर हुई बर्फबारी के साथ विभाग सतर्क हो गया है।