(चंडीगढ़)=पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक, केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़,बनवारीलाल पुरोहित ने गुरु रविदास जयंती की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी।
महान संत और धर्म सुधारक की सम्मानपूर्वक सराहना करते हुए राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि गुरु रविदास हमारे देश के सबसे महान संतों में से एक थे। उन्होंने समाज के दबे-कुचले वर्ग के लोगों के हितों का हमेशा समर्थन किया तथा समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारा स्थापित करने के लिए अथक प्रयास किये।
पूज्य संत द्वारा कहे गये शब्द, “रैदास मानुष ना जुड़ सके, जब तक जाति ना जात”, अर्थात जब तक जाति के आधार पर भेदभाव जारी रहेगा, तब तक लोग एक-दूसरे से जुड़ नहीं पाएंगे और सामाजिक सद्भावना संभव नहीं होगी; सामाजिक एकता भी संभव नहीं हो सकेगी, समाज में समानता नहीं होगी, को याद करते हुए राज्यपाल ने कहा कि गुरु रविदास की सोच अनुसार जातिविहीन और वर्गविहीन समाज के निर्माण की आवश्यकता है।
पुरोहित ने कहा, ‘‘प्रेम, करुणा, सहिष्णुता और समानता की उनकी शिक्षाएं हमें मानवता की सेवा हेतु जीवन जीने के लिए सदैव प्रेरित करती रहेंगी”। उन्होंने आगे कहा कि श्रद्धेय संत की विरासत को भावी पीढ़ियों तक ले जाना ही उनको हमारी ओर से सही मायनों में श्रद्धांजलि होगी।