मुक्तसर साहिब जिले के हलका मलौट और हलका लंबी के गांव सेम के प्रभाव में हैं, इसलिए उस क्षेत्र में कोई फसल नहीं होती है। 2016 में इस भूमि में झींगा पालन व्यवसाय शुरू किया गया था। यह व्यवसाय दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अभी जिले में करीब 700 एकड़ में करीब 250 किसान यह व्यवसाय कर रहे हैं, लेकिन इस बार नई सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी से झींगा किसान खासे परेशान हैं.उन्होंने रोष कारण गांव ईना खेड़ा में डेमोंसट्रेशन फार्म कम ट्रेनिंग सेंटर का घेराव कर पंजाब सरकार और विभाग के खिलाफ रोष जताया. इस मौके पर झींगा पालकों ने कहा कि हमारी जमीन सेम की मार मे थी उस समय की सरकार ने झींगा का कारोबार शुरू करवाया और समय-समय पर अच्छा चलन भी रहा. सरकार ने उनको सब्सिडी भी नहीं दी और बिजली के बिल भी लगा कर भेज दिए और उनके बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं, जिससे कारोबार कई काश्तकारों का बंद हो गया है। किसाानो ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं और सब्सिडी जल्द जारी नहीं की गई तो वे सरकार और मच्छी पालक कार्यालय का विरोध करेंगे।
वहीं चंडीगढ़ के एक वरिष्ठ अधिकारी व सहायक निदेशक ने झींगा पालको से बात करते हुए किसानों से मांग पत्र लेकर झींगा मच्छी पालको को आश्वासन दिया कि विभाग जल्द ही सब्सिडी जारी करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा.