(मदन बरेजा)- पानीपत का हेड कांस्टेबल आशीष उर्फ सिंघम एक बार फिर सुर्खियों में। सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर आरोप लगाया कि रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों को पकड़ने पर मुझे ही कर दिया लाइन हाजिर। बोले मैंने रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों को कई बार पकड़ा लेकिन नहीं हुई कोई कार्रवाई ईमानदार कर्मचारी को ही किया जाता है पीड़ित। गृह मंत्री के आदेश भी कर दिए फेल। बोले चोरों का ही चलेगा राज चोर जिंदाबाद चोर जिंदाबाद। सोचो यह है सरकारी कर्मचारी की आवाज कैसे कहें मनोहर सरकार ईमानदार सरकार। हरियाणा पुलिस का एक कांस्टेबल एसपी, डीजीपी और विजिलेंस द्वारा लिए जाने वाले भ्रष्टाचार के संज्ञान के मामलों का काम भी अकेले कर दिखा रहा है विभाग के अधिकारियों को आईना और बन रहा है उच्च अधिकारियों के कोप का शिकार।
सेवा सुरक्षा सहयोग का दम भरने वाली हरियाणा पुलिस का पानीपत में तैनात हेड कॉन्स्टेबल आशीष उर्फ सिंघम एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। क्योकि अबकी बार फिर से आशीष ने अपने ही डिपार्टमेंट के पुलिसकर्मियों को लूटेरे ओर रिश्वतखोर बताया है। कहा अगर मेने पुलिसकर्मियों के रिश्वत लेते हुए पकड़ा तो पुलिसकर्मियों ने उसके साथ कि हाथापाई ओर बतमीजी। ओर अधिकारीयो ने कर कर दिया लाइन हाजिर। सिंघम ने कहा पुलिस अधिकारी हरियाणा के गृहमंत्री गब्बर के आदेशो की भी उड़ा रहे धज्जियां। कहा अभी भी यहां चोरों का ही राज चल रहा है।
हेड कॉन्स्टेबल आशीष उर्फ सिंघम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उसे जानकारी मिली थी कि कुछ पुलिसकर्मी टीडीआई पुल के पास सरे आम लोगों से रिश्वत ले रहे हैं ओर हर रोज इसी तरह का खेल पुलिसकर्मियों द्वारा खेला जाता है और मोटी रिश्वत लेकर अपनी जेब भरी जाती है। इतना ही नही आशीष ने आरोप लगाया है कि दिन में तो टीडीआई पुल के पास पुलिसकर्मियों रिश्वत लेते है और रात को पानीपत टोल प्लाजा पर। आशीष का कहना है कि सूचना पर जब है मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पुलिसकर्मियों की वीडियो बनाई जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदतमीजी और हाथापाई करना शुरू कर दिया। यह सब देखा आसपास सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए जिन्होंने रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों के खिलाफ नारेबाजी करना भी शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद रिश्वतखोर पुलिसकर्मी लोगों को इकट्ठा होता देखकर वहां से फरार हो गए। फिर आशीष के द्वारा थाने में एक शिकायत दर्ज करवाई गई और अधिकारियों को सूचित किया गया। आशीष का आरोप है कि अधिकारियों ने उसी को लाइन हाजिर कर दिया।
हेड कॉन्स्टेबल आशीष ने पुलिस प्रशासन पर ही निशाना साधते हुए निम्न स्तर के शब्दों का प्रयोग करते हुये कहा थू है ऐसे गंदे अधिकारियों पर क्या है ऐसे अधिकारी जो चोरी ही नही रोक पाए। ऐसे अधिकारी जीरो है जो चोरी नही रोक पाए चूड़ी पहन लेनी चाहिए अधिकारियों को।
कहा एक बार चैकिंग के दौरान रोक ली थी आईजी की कार तो एसपी ने ले ली थी पूरे थाने के हाजरी और आशीष की कर दी थी समालखा ट्रांसफर। जबकि सरकारी कार का दुरुपयोग कर रहा था आईजी का परिवार।
उसने बताया कि वह पहले उच्च अधिकारियों को इसके बारे में अवगत करवा चुके हैं लेकिन उसके बाद भी अधिकारी रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। बल्कि उन्हें पनाह दे रहे हैं।
आशीष का कहना एसपी के बस की बात नहीं है रिश्वतखोरी और गलत काम करने वालों को रोकना। ओर ना ही अकेले गृहमंत्री अनिल विज ।