(कश्मीर ठाकुर)- किराये को लेकर अदाणी समूह से ट्रक आपरेटरों का चल रहा विवाद 55 दिन बाद भी हल नहीं हो पाया है।अदाणी समूह से दो बार आमने-सामने वार्ता करने के बाद भी अदाणी समूह किराया दर को बढ़ाने को राजी नहीं हुआ है। इसके चलते बीडीटीएस और एक्स सर्विसमैन यूनियन के आपरेटरों ने पुकारा हाल में अदाणी समूह के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की। अडानी ग्रुप पहले फैक्ट्री खोले आगामी फैसले बाद में होते रहेंगे अन्यथा परिस्थितियां गंभीर हो जाएंगी । अदानी ग्रुप की तानाशाही और ऑपरेटरों के हितों की अनदेखी ज्यादा दिन तक सहन नहीं की जा सकती है।
ऑपरेटरों के हकों की लड़ाई निर्णायक रूप से लड़ी जाएगी।जितना किराया कम करना था, वो कम कर चुके हैं। अब न किराया कम होगा, न ही कोई अन्य शर्त मानी जाएगी । अडानी ग्रुप अभी भी साढ़े छः और साढ़े आठ से ऊपर रेट पर अड़ा हुआ है। कहा कि ट्रक ऑपरेटरों को साढ़े छः और साढ़े आठ रुपए का सीमेंट ढुलाई भाड़ा मान्य नहीं होगा । इसके अलावा 400 गाड़ियां हिमाचल व 300 गाड़ियां कॉलिंकर ढुलाई के लिए कह रहा है ढुलाई से में वर्तमान में सीमेंट ढुलाई भाड़ा 11. 41 % और उसके ऊपर सालाना हाइक 3 .97 % व डीजल हाईक सहित जो 12 .0 4 % प्रति किलोमीटर प्रति टन के हिसाब से रेट बनता है ।
वीरवार तक के लिए ऑपरेटर सीएम के कहने से कम रेट के लिए राजी हो गए है। यदि फैसला सही नहीं आता तो फिर अदाणी समूह से उसी की भाषा में बात की जाएगी तथा 12 रुपये 4 पैसे रेट से कम पर बात नहीं होगी।.जहां धरने के बीच अदाणी समूह से वार्ता के लिए दोबारा फोन आने के कारण आगामी रणनीति तय नहीं हो पाई , वहीं आज बीडीटीएस परिसर में हुए धरना प्रदर्शन के दौरान अडानी समूह के बरमाणा स्थित एसीसी सीमेंट प्रबंधन को शिमला सुखु सरकार के दरबार में तत्काल बुलावा आया। सरकार के साथ इस तत्काल होने वाली बैठक के चलते सभा ने ऑपरेटरों के समक्ष दोपहर तीन बजे के बाद धरने को विराम दिया। कहा यदि वीरवार सुबह तक विवाद हल नहीं हुआ तो निर्णायक लड़ाई शुरू की जाएगी।बीडीटीएस कार्यकारिणी ऑपरेटरों के हित को देखते हुए इस विवाद को शांत तरीके से सुलझाने का प्रयास कर रही है।
सीएम के साथ हुईं बैठकों में मिले आश्वासन के बाद ही इंतजार किया जा रहा है। अगर आगामी बैठक में भी विवाद का हल करने में सरकार नाकाम होती है तो बीडीटीएस प्रबंधन अपने ऑपरेटरों के साथ निर्णायक संघर्ष पर उतरेगा।कहा कि पहले फैक्ट्री खोले आगामी फैसले बाद में होते रहेंगे। इसमें अडाणी ग्रुप को भी फायदा रहेगा अन्यथा परिस्थितियां गंभीर हो जाएंगी। फैक्ट्रियां को दोबारा खोलने की मांग को लेकर ट्रक ऑपरेटर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं । लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है। अब वीरवार को नए अंदाज में सीमेंट ढुलाई के भाड़े को लेकर उपजे विवाद के चलते अडानी समूह के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन होगा। उन्होंने सभी ऑपरेटरों से धरने प्रदर्शन में ज्यादा संख्या में उपस्थिति देने की अपील की। इसके लिए सभी आपरेटरों को रोज अपनी हाजिरी बीडीटीएस के पास दर्ज करवानी होगी। अब शीघ्र ही इस आंदोलन में महिला ट्रांसपोर्टर भी शिरकत करने से पीछे नहीं हटेगी।