हिमाचल प्रदेशदेवों की भूमि मानी जाती हैं जहां पर प्रत्येक जिले व कस्बे में हैअधिकतर मंदिरतथा तपस्वी महात्माओं के आश्रम भी है
वैसे तो धर्म के प्रचार सभी तपस्वी करते आ रहे हैं जबकि जंगम का भी अपना ही रुतबा है जोकि शिव स्तुति को सुनने सुनाने में घर द्वार तक जाते हैं
गौरतलब यह है कि कर्मवीर जंगम ने पत्रकार से बातचीत करते हुए बताया कि जंगम की उत्पत्ति शिव के जाघ से हुई है जिसे शिव के पुरोहित जंगम कहलाते हैं
जंगम गौरी जन्म से लेकर अमरनाथ गुफा तक अमर गाथा शिव विवाह की पूरी कथा सुनाते हैं उन्होंने बताया कि शिव विवाह स्तुति घर द्वार जाकर क्षेत्रवासियों को सुनाई जाती है तथा स्तुति के साथ-साथ कलयुग का भी वर्णन किया जाता है जिसे श्रोता गन बड़ी सहजता के साथ इस वाणी को सुनते हैं
