द रेवेन्यू पटवारी एसोसिएशन के जिला प्रधान मनीष यादव ने बताया कि 22 व 23 जून को वह सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया था। लेकिन उनकी मांगे नहीं मानी गईं। जिसकारण उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि गत वर्ष दिसंबर में जब उनकी हड़ताल चली थी तो माननीय मुख्यमंत्री ने उनकी वेतन बढ़ोतरी की मांग को मान लिया था। जिसमें उनका वेतन 22500 से बढ़ाकर ₹32500 कर दिया गया था । लेकिन आज 6 महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें बढ़ी हुई वेतन का कोई लाभ नहीं मिला है।
इसके अलावा जिला स्तर पर 11 अन्य मांगे भी लंबित हैं जिसकी भी वह बार-बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कहीं उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। इसी को लेकर आज से जिले के कानूनगो व पटवारियों ने अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि सरकार से उनकी मांगों को शीघ्र पूरा किए जाने की बात कही। ऐसा ना किए जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ साथ आंदोलन करने कि भी उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है।