सिरसा, 23 अगस्त। (सतीश बंसल) बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि कई बार जीवन में ऐसे क्षण भी आते हैं जब हमारे सामने रास्ते नहीं होते, ऐसे में हमें अपने रास्ते बनाने पड़ते हैं। घग्घर नदी में बाढ़ के दौरान भी कई ऐसे ही क्षण सामने आए। प्रशासन की तत्परता, सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के सहयोग व आमजन की एकजुटता से बाढ़ से निपटने में सफल हुए। यह सफलता जिला वासियों के लिए युद्ध जीतने की भांति हैं। (Sirsa News)
बिजली मंत्री बुधवार को स्थानीय चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में घग्घर नदी में बाढ़ के दौरान राहत व बचाव कार्यों में प्रशंसनीय सहयोग देने वाले पंच-सरपंचों, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों, अधिकारियों व कर्मचारियों के सम्मान में आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त पार्थ गुप्ता, अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती, एसीयूटी शाश्वत सांगवान, एएसपी दीप्ति गर्ग, एसडीएम सिरसा राजेंद्र कुमार, एसडीएम ऐलनाबाद डा. वेद प्रकाश बेनिवाल, एसडीएम डबवाली अभय सिंह, एसडीएम कालांवाली सुरेश रावेश, नगराधीश अजय सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, पंच-सरपंचों, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।बिजली मंत्री ने कहा कि बाढ़ जैसे हालात तो पहले भी सिरसा में हुए हैं, लेकिन इस बार बहुत अधिक पानी था। यह प्रशासन व लोगों के सहयोग का ही परिणाम रहा कि हम इनती बड़ी आपदा से निपटने में कामयाब रहे। वे स्वयं भी रात-दिन घग्घर नदी व प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर जायजा लेते रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ से बचाव को लेकर पूरी तरह से गंभीर थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पल-पल की रिपोर्ट ले रहे थे और वे स्वयं भी मुख्यमंत्री से बातचीत करते रहे। मुख्यमंत्री ने पूरी तरह से आश्वस्त किया हुआ था कि पैसे की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी, जिस भी प्रकार की सहायता की जरूरत है वह तुरंत मुहैया करवाई जाए। (Sirsa News)
उन्होंने कहा कि जहां प्रशासन व सरकार ने घग्घर नदी के चप्पे-चप्पे पर ट्रेक्टर-ट्रॉली, जेसीपी, पोपलेन मशीनों सहित सभी जरुरी संसाधनों को लगाया, वहीं ग्रामीणों ने एकजुटता व मानवता का परिचय देते हुए अपने ट्रेक्टर-ट्रॉलियों से बांधों को मजबूत करने में जुट गए। उन्होंने कहा कि सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं ने इस संकट के समय में अपना पूरा सहयोग दिया। जहां तटबंधों को बांधने के काम में सहयोग किया, वहीं प्रभावित एरिया में लोगों को लंगर की व्यवस्था करवाई। जिला के हजारों ग्रामीणों ने बड़े हौसले व विश्वास का परिचय दिया। सिंचाई व बिजली विभाग द्वारा भी बाढ़ के दौरान बहुत सराहनीय योगदान दिया। बिजली विभाग द्वारा घग्घर के तटबंधों पर बिजली सुविधा मुहैया करवाई गई।उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि पूर्व में आई बाढ़ों से आए पानी के आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारी की थी। पहले अधिकतम 35 हजार क्यूसिक तक पानी आया था, लेकिन इस बार उम्मीद से भी अधिक पानी आया था। योजनाबद्ध तरीके से चलने के कारण हम दस कदम आगे रहे और सभी की एकजुटता व हिम्मत के कारण हम सभी सिरसा जिला को बाढ़ से बचाने में कामयाब रहे हैं। सिरसा जिला के इतिहास में पहली बार हुआ है कि इतना अधिक पानी आया हो और उसको नियंत्रण करने में कामयाब हुए हों। (Sirsa News)
उन्होंने कहा कि घग्घर में बाढ़ के दौरान दिन रात प्रशासन के अधिकारी, ग्रामीण घग्घर के तटबंधों पर तैनात थे, ग्रामीण ठीकरी पहरा लगाकर वे निरंतर जलस्तर पर निगरानी बनाए हुए थे। अधिकारियों की सतर्कता व प्लानिंग के कारण पानी को कंट्रोल किया जा सका। अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वास्थ्य कारणों के बावजूद काम किया। उन्होंने कहा कि धार्मिक-सामाजिक संस्थाएं सहयोग के लिए आगे आई जोकि बधाई के पात्र हैं। इसी प्रकार मीडिया ने भी इस आपदा में बाढ़ के पानी के संबंध में सही व तथ्य आधारित जानकारी आमजन तक पहुंचाई। इस सहयोग के लिए मीडिया कर्मी भी सराहना के पात्र हैं। इस दौरान अधिकारियों, सरपंचों ने बाढ़ बचाव कार्यों के बारे में अनुभव सांझा किए। सरपंचों ने उपायुक्त के बाढ बचाव कार्यों की सराहना की और मंत्री के मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया।