आपदाओं से निपटने में सहायक होंगे आपदा मित्र बिलासपुर के राजकीय कॉलेज अहडवाला में चल रहे 12 दिवसीय आपदा मित्र प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है।किसी भी आपदा से निपटने में आपदा मित्र प्रशिक्षण के उपरांत सक्षम होंगे। समाज के लोगों की सहायता में इस ट्रेनिंग प्रोग्राम से प्रशिक्षण लेकर किसी भी आपदा के समय लोगों की सहायता करने में सक्षम होंगे। मास्टर ट्रेनर द्वारा जो प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उनके बहुमूल्य अनुभव और सीख आप सभी के जीवन में कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग प्रकार की आपदाएं देश में और विश्व में कहीं भी हो सकती हैं। आपदाएं बिना बताए आती हैं। दो साल पहले हमने करोना डिजास्टर को देखा। आपने अभी पढ़ा होगा तुर्की में भयंकर भूकंप आया पूरा विश्व उनकी सहायता में लगा है।
जिला राजस्व अधिकारी रामफल कटारिया ने बताया कि सरकार ने इस प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी हेतु यह प्रशिक्षण शिविर चलाए हैं । इस प्रशिक्षण शिविर में 300 वॉलिंटियर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य किसी भी आपदा के आने पर जान को बचाकर लोगों की सहायता करनी है। ट्रेनिंग में सबसे पहले यह बताया जाता है कि पहले स्वयं को बचाएं फिर दूसरों की मदद करें। प्रत्येक आपदा मित्र द्वारा लिया गया प्रशिक्षण ही काम आएगा। यदि आपदा आती है तो वह इसके लिए तैयार होंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचा सकेंगे। जो भी ट्रेनिंग विशेषज्ञों द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही है उसको पूरी शिद्दत के साथ सीखें । इन प्रशिक्षण शिविरों में प्रशिक्षण प्राप्त कर एक कुशल आपदा मित्र बने। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से यह प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है
उन्होंने कहा कि आपदा मित्रों को यह प्रशिक्षण कारगर सिद्ध होगा। सभी वॉलिंटियर लगन के साथ ट्रेनिंग का हिस्सा बन रहे हैं । सीखना हर आदमी के लिए जरूरी है मनुष्य सारी उम्र सीखता है और अनुभव ही काम आता है। आपदा में लोगों की सहायता करने में प्रशिक्षण ही काम आएगा । इस प्रशिक्षण शिविर में 75 वॉलिंटियर्स के 4 बैच है, दो बैच की ट्रेनिंग पूरी हो गई है 2 बैच की ट्रेनिंग अभी जारी है। सभी वॉलिंटियर मास्टर ट्रेनर से उनके बहुमूल्य अनुभव सीख रहे हैं । इस प्रशिक्षण शिविर में एनडीआरफ व फायर ब्रिगेड की टीमो द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही है कि किस प्रकार आपदा में स्वयं को बचाएं और दूसरों की भी सहायता करें। प्राकृतिक खतरा बताकर नहीं आता। सबसे पहले आपदा की स्थिति में हमें स्वयं की सुरक्षा करनी है तभी हम दूसरों की सुरक्षा कर सकते हैं। इस ट्रेनिंग में आए 11 संस्थाओं के आपदा मित्र ट्रेनिंग ले रहे हैं। प्रशिक्षण शिविर में महिला वॉलिंटियर को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए महिला पुलिस कर्मियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व होमगार्डस की मदद ली जा रही है।