मोहाली, : अगले महीने होने वाले राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन (एनएलसी), भारत में लोकतंत्र के मूल्यों को मजबूत बनाने पर होगा मंथन होगा।
देश भर के 2500 से अधिक विधायक और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) मुंबई में 15 से 17 जून तक होने जा रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन भारत में देश की समस्याओं पर विचार करने के लिए व भविष्य में भारत के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।
सम्मेलन को कई नेताओं ने पार्टी लाइन से हटकर अपना सपोर्ट दिया है।
लोकसभा की पूर्व अध्यक्षा सुमित्रा महाजन ने कहा कि इस सम्मेलन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए एमएलए और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) को स्थायी मुद्दों पर चर्चा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और अपने-अपने राज्यों की महत्वपूर्ण चुनौतियों को कैसे निपटे, के बारे में जानने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि आज जरूरी हो गया है कि हम पहले राष्ट्र को प्राथमिकता दें, उसके बाद राज्य और व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्र के बारे में सोचे।
पूर्व लोकसभा अध्यक्षा डॉ मीरा कुमार ने कहा कि ऐसे बहुत कम देश हैं जहां अनेकों धर्म और संप्रदाय हैं। अगले महीने होने वाला यह सम्मेलन स्वयं में ऐतिहासिक होगा। यहां सामाजिक न्याय, अंतरराष्ट्रीय संबंधों व शिक्षा से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। यह एक सुनहरा अवसर है। हमें इस सम्मेलन से सीख लेनी चाहिए और उस सीख को सही तरीके से अमल करना चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी एनएलसी भारत के आयोजकों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। सम्मेलन का एकमात्र उद्देश्य है, देश भर के विधायकों को एक मंच पर लाना और सर्वोत्तम संसदीय प्रथाओं तथा डेमोक्रेसी के सर्वोत्तम सिद्धांतों को अपनाना, ताकि केवल देश के लोकतंत्र के मूल्यों को मजबूत बनाया जा सके और देशभर से आए विधायकों के विचारों में नई सोच और नए विचार का प्रसार किया जा सके।