कलायत, 12 सितंबर| गर्मी से बेहाल छात्र- छात्राओं की नाजुक स्थिति को लेकर समाजसेवी संगठनों ने अपनाया विरोध का निराला ढंग धरना-प्रदर्शन की बजाए पहले शांति पूर्वक तरीके से बिजली निगम अधिकारियो को भेंट किया जाएगा| हाथों से हवा झलने का झालर लगा बिजणा समस्या का हल न होने पर पकड़ी जाएगी संघर्ष की राह अधिकारियों को 72 घंटे का अल्टीमेटम मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण योजना पुरस्कार से सम्मानित स्कूल में प्रतिदिन दोपहर 12 बजे के बाद होते हैं| बिजली के दर्शन गांव में शिक्षा ढांचे को मजबूत करने को मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा स्कूल में डिजिटल स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर और छत के पंखों सहित उपलब्ध करवाई गई हैं|
हाई टेक सुविधाएं बिजली निगम पर ग्रामीण विद्यार्थियों को साजिश के तहत बिजली और शिक्षा सुविधा से वंचित करने के आरोप सुबह से दोपहर तक विद्यार्थी रहते हैं गर्मी से बुरी तरह बेहाल डिजिटल पढ़ाई के उपकरणों की सुविधा तो दूर की बात छत के पंखे की भी नही मिल रही हवा विवशता के आलम में छात्र-छात्राएं कभी बरामदे तो कभी वृक्षों के तले तलाशते हैं| राहत की छाया निगम अधिकारियों का विद्यार्थियों और शिक्षकों की परेशानी से नहीं पसीज रहा दिल सरकार और ग्रामीणों के सहयोग से विशेष तरह से संवारा गया है| हरिपुरा गांव का स्कूल बिजली संकट ने किया| सब होचपॉच विधार्थी पूछ रहे अधिकारियों से एक ही सवाल आखिर हमारा क्या कसूर?