झज्जर में ट्रेक्टरों से महिला किसान व किसान नेता पहुचे झज्जर लघु सचिवालय किया विरोध प्रदर्शन सरकार के खिलाफ जम कर की नारे बाजी भारी पुलिस बल तैनात लघु सचिवालय किसान ना प्रेवेश करे उस को लेकर पुलिस ने 4 बेरिगेट झज्जर गुरुग्राम मार्ग 1 घण्टे तक रहा बन्द आने जाने वाले वहानो को उठानी पड़ी परेशानी, मुख्यमंत्री, सरकार व प्रशासन को जगाने के लिए गुस्साए किसानो ने हजारों की संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर झज्जर में उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया। राष्ट्रीय किसान नेता रमेश दलाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री व गूंगी बहरी सरकार को जगाने डीसी कार्यालय पर हजारों किसान पहुँचे है। उन्होंने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के प्रति किसानों में काफी रोष है क्योंकि सरकार अपने वादों पर खरा नहीं उतर रही है जिसके प्रति किसानों व आमजन में काफी रोष है। डीसी कार्यालय का घेराव करके सरकार व प्रशासन को कुंभकरण रूपी नींद से जगाने का काम किया है।
किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि किसानों की सभी मांगे पूरी करने केलिए मुख्यमंत्री ने 10 फरवरी तक का समय मांगा था लेकिन अब तक अपना वायदा पूरा नही किया है जिससे किसानों में भारी रोष है। किसानों ने थाली, परात, चमच्च आदि बजाकर सरकार को जगाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कुंभकरण रूपी नींद में सोई हुई सरकार, मुख्यमंत्री व प्रशासन को जगाने का काम किया। रमेश दलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी प्राण जाए पर वचन ना जाए किसानों को दिया हुआ अपना वचन पूरा करें ताकि किसानों को राहत मिल सकें। वही डीसी ने किसानों को आश्वासन दिया कि 15 फरवरी 2023 बुधवार तक सरकार द्वारा मांगे मानने की कोशिश चल रही है।
भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष व राष्ट्रीय किसान नेता रमेश दलाल के नेतृत्व में हजारों किसानो का आंदोलन केएमपी मांडोठी टोल पर धरना 37वे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि
किसानो को उनकी जमीन का 10 करोड़ रुपए प्रति एकड़ मुआवजा, एसवाईएल का पानी और 108 हिंदी भाषीय गांव पंजाब से हरियाणा को देने, क्षेत्र के विकास के लिए मेट्रो रेल सेवा का बादली-खरखौदा-मांडोठी-आसौदा तक विस्तार, पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह, पूर्व उप-प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल, किसानों के मसीहा सर छोटूराम, कवि मेहर सिंह दहिया को भारत रतन अवॉर्ड देना चाहिए। केंद्र सरकार हाईकोर्ट के लिए हरियाणा को जमीन जल्द से जल्द अलॉट करके हाईकोर्ट बनाए। पंडित केशों राम खरमाण को लख्मीचंद पर पहली पीएचडी करने पर हरियाणा सरकार का साहित्य अवॉर्ड मिलना चाहिए। इस अवसर पर हजारों किसानों ने डीसी कार्यालय झज्जर का घेराव किया।