हरियाणा के यमुनानगर में देर रात आई वर्षा के कारण अनाज मंडी में खुले आसमान के बिना तिरपाल रखा गया हजारों क्विंटल गेहूं वर्षा की भेंट चढ़ गया.मीडिया कर्मचारियों के मौके पर पहुंचने पर वहां कुछ मजदूर भीग रही गेहूं पर तिरपाल डालते नजर आए, जबसे उनसे पूछा गया कि तिरपाल का प्रबंध क्यों नहीं किया गया, तो उनका कहना था तिरपाल कुछ फटी हुई थी.बता दे कि मौसम विभाग ने पहले ही भारी वर्षा की चेतावनी दी हुई थी.इसके बावजूद यमुनानगर की अनाज मंडी जो जिला सचिवालय के सामने है, में हजारों क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे रखा गया था, लिफ्टिंग न होने के कारण वह सारा गेहूं पूरी तरह भीग गया। 1 दिन पहले ही हुई बरसात से रादौर मंडी में भी इसी तरह गेहूं भी गाथा और अब जगाधरी अनाज मंडी में भी गेहूं बीता हुआ नजर आया । सरकार की ओर से बार-बर
यह अपील की जाती है कि मंडियों में पर्याप्त इंतजाम किए जाएं लेकिन फिर भी क्या जिला अधिकारी अपने दफ्तरों में बैठकर ही काम करते हैं। जगाधरी अनाज मंडी के सामने ही जिला सचिवालय है ऐसे में शायद जिला उपायुक्त ने भी अपने ऑफिस से बाहर निकल मंडी का दौरा नहीं किया ।