हांसी नारनौंद के निवासी 20 वर्षीय छात्र सुखचैन सरकारी नौकरी लगकर अपने मजदूर पिता को सुख व चयन देना चाहता था। सरकारी नौकरी लगने के लिए सुखचैन एसएससी की कोचिंग भी ले रहा था। लेकिन सुखचैन यह सपना पूरा नहीं कर पाया।
सुखचैन की हांसी सिवानी फीडर नहर में डूबने से मौत हो गई। सुखचैन का शव 18 घंटे बाद अंबेडकर भवन के पास नहर के पुल के नीचे बहता हुआ मिला। हांसी सिटी थाना पुलिस ने मौके पर पहुँच शव को कब्जे में लेकर हांसी नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया मृतक छात्र सुखचैन के परिजनों ने नहरों पर सिंचाई विभाग की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाएं। गौरतलब है कि नारनौंद के वार्ड नंबर 1 का निवासी 20 वर्षीय छात्र सुखचैन छात्र सुखचैन शहर के एक निजी शिक्षण संस्थान में एसएससी की कोचिंग लेता था। कल छात्र सुखचैन हांसी न्यू सुभाष नगर में अपने चाचा कृष्ण के घर आया हुआ था।
इसके बाद वह दोपहर को सिवानी फीडर नहर पर नहाने के लिए चला गया। पानी का बहाव तेज होने के कारण वह नहर में डूब गया। पुलिस विभाग, दमकल कर्मियों व गोताखोरों की टीम ने 18 घंटे तक सिवानी फीडर में रेस्क्यू अभियान चलाया। ^सिवानी फीडर में डूबे नारनौंद के 20 वर्षीय सुखचैन का शव सुबह करीब 9 बजे नहर में बहता हुआ मिला है। पुलिस टीम, गोताखोर व दमकल विभाग के कर्मचारी रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए थे। वही सिटी थाना के सब इंस्पेक्टर विजय पाल ने बताया की सुखचैन के चाचा के बयान पर धारा 174 के तहत कार्रवाई की है हांसी से केशव धमीजा की रिपोर्ट