रिहायशी इलाकों में प्रतिबंध के बाद लगातार खुल रहे शराब के ठेकों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बद्दी-चक्का रोड पर खुलने से पहले ही लोगों ने शराब के ठेके का विरोध कर दिया है। ग्रामीणों ने इकट्ठे होकर खुल रहे ठेके के सामने जोरदार हंगामा किया इसके बाद पुलिस प्रशासन व ठेका मालिक को मौके पर जाना पड़ा, ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
ग्रामीणों ने कहा कि शराब का ठेका खुला तो यहां का माहौल खराब हो जाएगा। वे किसी भी कीमत पर यहां ठेका खुलने नहीं देंगे। सुबह शाम गांव के बच्चे वह महिलाएं इस रास्ते से आते जाते हैं , लेकिन ठेका खुलने पर यहां पर शराबियों का आना-जाना हो जाएगा। वे इसे सहन नहीं कर सकते। वही मौके पर आए प्रधान के बेटे राजिंदर झल्ला ने कहा कि पंचायत द्वारा किसी को शराब का ठेका खोलने की कोई अनुमति नही दी गई है। जहा पर शराब ठेका खोलने की बात की जा रही है वहा पर रिहायशी इलाका है और निकट ही स्कूल व मंदिर भी है। और यहां के मंदिरों के साथ लोगों की आस्था जुड़ी है और इसी रस्ते से होकर बच्चे स्कूल जाते है। जिससे उन्हें भविष्य में खासी परेशानियां झेलनी पड़ शक्ति हैं। गांव के बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा और युवाओं के पथभ्रष्ट होने का भी डर सताने लगा है। वहां से महिलाओं व बच्चों का आना-जाना लगा रहता है। शराब का ठेका खुलने से गांव का माहौल खराब होगा। महिलाओं का इस रास्ते से निकलना दूभर हो जाएगा और ग्रामीणों द्वारा ठेके के लिए किराए पर दी गई दुकान मालिक को भी हिदायत दे दी गई है। फिलहाल गांव वालो ठेके को बंद करवा दिया है,
ग्रामीणों का कहा कि अगर प्रशासन की तरफ से समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण अपने स्तर पर समस्या का समाधान करने के लिए मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन व सरकार की होगी।