हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों भारी बारिश हुई थी जिस कारण प्रदेश का हाल बेहाल हैं। जिसके बाद प्रदेश में तबाही मच गया| वही अब, सिरमौर के कुछ हिस्सों में पिछले तीन दिन से लगातार जोरदार बारिश से फिर नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। जिले के धारटीधार, सैनधार और रेणुकाजी क्षेत्र के साथ ऊपरी इलाकों में मंगलवार रात हुई बारिश से गिरि नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया। जिस कारण बुधवार (13 सितंबर) सुबह जटोन बैराज के गेट नंबर 4 से 9 इंच पानी छोड़ा गया। उधर, शिमला समेत अधिकतर क्षेत्रों में बादल छा रहे। निचले इलाकों में पारा बढ़ने लगा है।
वहीं किन्नौर-शिमला NH छठे दिन भी बहाल नहीं हो पाया। अभी दो दिन और बंद आवाजाही बंद रहने की आशंका जताई है। जटोन बैराज प्रबंधन ने सुबह 6:50 बजे जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सिरमौर को पानी छोड़ने की सूचना दी। इसके 10 मिनट बाद ठीक 7:00 बजे जटोन बैराज से पानी छोड़ा गया। बैराज के पानी छोड़े जाने की स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति से बचने का अलर्ट भी जारी किया।
हिमाचल प्रदेश में इससे पहले भी प्रदेश में दिया प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में 17 सितंबर तक बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 19 सितंबर तक मौसम खराब बना रहने का भविष्य-कथन है। बुधवार को राजधानी शिमला में हल्की धूप खिलने के बाद दिन भर बादल छाए रहे। शाम को शहर में धुंध छा गई। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आने की संभावना जताई गई है। वही दूसरी और बुधवार को प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम मिलाजुला रहा। बुधवार को ऊना में अधिकतम तापमान 34.8, भुंतर में 34.4, बिलासपुर में 34.2, चंबा में 34.0, सुंदरनगर में 33.4, मंडी में 32.8, कांगड़ा में 31.3, धर्मशाला में 28.5, नाहन में 28.4, मनाली में 27.6 और शिमला में 26.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। फिलहाल मौसम विभाग द्वारा प्रदेश में येलो अलर्ट जारी कर दिया हैं|